लगातार निर्माण और अतिक्रमण की वजह से वैसे भी यहां मेला के लिए जगह नहीं बची प्रशासन की उदासीनता के कारण पारंपरिक मेला खत्म हो रहा है। हो हंगामे और नारेबाजी के दौरान जब माहौल गरमाने लगा सहायक अभियंता और अमृत मिशन के नोडल अफसर सुरेश बरुआ ने निगम आयुक्त प्रभाकर पाण्डेय को स्थिति से अवगत कराया इधर शंभू सोनी और उनके समर्थकों ने नगर विधायक शैलेष पाण्डेय को मोबाइल घनघनाकर पूरे मामले की जानकारी दी। विधायक ने निगम आयुक्त से मोबाइल पर चर्चा करने के बाद जनभावना को ध्यान में रखते हुए उनसे चर्चा कर टंकी के लिए उचित स्थल निर्धारित करने की बात कही।इसके बाद निगम के अफसरों ने यहां के नागरिकों से चर्चा कर कहा कि आप खुद जगह बताईए कि आखिर यहां टंकी कहां बनाई जाए।
मोहल्लेवासियों ने मेलाघाट पर नदी किनारे स्वास्थ्य केंद्र ओर सुलभ शौचालय के पीछे जगह दिखाई इसके बाद वहां काम खुदाई कराकर टंकी निर्माण का कार्य शुरू करा दिया गया। बताया जाता है कि वर्तमान में यहां 450 किलोलीटर की टंकी है, अमृत मिशन योजना के तहत शहर में 4 जगह चांटीडीह मेलापारा, सीपत रोड पटवारी प्रशिक्षण केंद्र, तोरवा स्कूल के पास और तारबाहर में नई टंकी बनाई जानी है जिसमें से एक यहां चांटीडीह मेलापारा में प्रस्तावित है। यहां वर्तमान टंकी से 7 गुना बड़ी 2850 किलोलीटर की टंकी का काम ले देकर 3 री बार में शुरू हो सका है। इसके पूर्व यहां दो बार नगर निगम के पूर्व नेताप्रतिपक्ष बसंत शर्मा के नेतृत्व में मोहल्लेवासियों ने विरोध प्रदर्शन किया था।?
जनविरोध के बाद बदला स्थल : निगम आयुक्त के निर्देश पर पुलिस बल के साथ चांटीडीह मेलापारा में अमृत मिशन के प्रस्तावित टंकी का निर्माण शुरू कराने मौके पर गए थे। जनविरोध के बाद टंकी का प्रस्तावित स्थल बदला गया है अब टंकी का निर्माण नदी तट से लगे सुलभ शौचालय के बगल में कराया जाएगा इसके लिए काम शुरू करा दिया गया है।
सुरेश बरुआ, सहायक अभियंता योजना प्रकोष्ठ नगर निगम बिलासपुर
सुरेश बरुआ, सहायक अभियंता योजना प्रकोष्ठ नगर निगम बिलासपुर