लोक शिक्षण संचालक रायपुर ने गौरेला विकासखंड शिक्षा अधिकारी गिरीश चंद्र लहरे (मूल पद व्याख्याता) को शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पकरिया विकासखंड गौरेला में प्रशासनिक स्थानांतरण करने का आदेश जारी किया। लहरे के स्थान पर शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पकरिया के व्याख्याता संजय वर्मा को गौरेला का नया बीईओ पदस्थ किया गया है। वर्मा ने शुक्रवार को गौरेला बीईओ का पदभार ग्रहण कर लिया है।
संभागीय आयुक्त ने नोटिस जारी किया
संभागायुक्त डॉ. संजय अलंग ने गौरेला के तत्कालीन बीईओ गिरीशचंद्र लहरे को कलेक्टर डोमन सिंह की अनुशंसा पर कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। डॉ. अलंग ने नोटिस का जवाब नहीं देने पर एकतरफा कार्रवाई की चेतावनी दी है।
प्रताडऩा व बेजा वसूली
गौरेला के तत्कालीन बीईओ गिरीशचंद्र लहरे पर अधिकार क्षेत्र से बाहर जाकर सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग के तीन अधीक्षकों आदिवासी बालक आश्रम आमाडोल के अधीक्षक विजयपाल ध्रुर्वे, आदिवासी बालक आश्रम पडवनिया के अधीक्षक एटी सिंह, आदिवासी बालक आश्रम छात्रावास पंडरीपानी के अधीक्षक सुनील धृतलहरे प्रताडि़त किया गया। तीनों अधीक्षकों को बर्खास्त करने की धमकी दी गई। मानसिक और आर्थिक रूप से लगातार प्रताडि़त किया ।
जांच में शिकायत सही पाया गया
तीनों अधीक्षकों ने बेजा वसूली व प्रताडऩा को लेकर जिला शिक्षा अधिकारी से शिकायत की थी। इस शिकायत की जांच तीन प्राचार्यों की टीम ने की थी। इसमें गौरेला के तत्कालीन बीईओ लहरे के खिलाफ सभी आरोप सही पाए गए। यह जांच प्रतिवेदन जीपीएम के डीईओ ने कलेक्टर को सौंप दी।
कलेक्टर की अनुशंसा
जीपीएम के कलेक्टर डोमन सिंह ने गौरेला के तत्कालीन बीईओ के खिलाफ कार्रवाई करने की अनुशंसा संभागीय आयुक्त डॉ. संजय अलंग को पे्रषित की। कलेक्टर के पत्र के आधार पर संभागीय आयुक्त ने तत्कालीन बीईओ को कारण बताओ नोटिस जारी करके सात दिनों के भीतर जवाब मांगा है। लहरे के जवाब नहीं देने पर एकतरफा कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।
पत्रिका की खबर का असर
गौरेला के तत्कालीन बीईओ गिरीश चंद्र लहरे की कारगुजारियों को लगातार प्रकाशित किया गया। इसके बाद जिला प्रशासन एवं जिला शिक्षा अधिकारी ने इस पूरे मामले को संज्ञान में लिया। इसकी जांच में ‘पत्रिका Ó में प्रकाशित सभी खबरें सच साबित हुई हैं।