मस्तूरी पुलिस के अनुसार, ग्राम बिनौरी निवासी किसान होरीर पिता तुलसी बंजारे (२७)शुक्रवार को बाइक (सीजी-२२ एडी ३७४५) पर अपनी गर्भवती पत्नी ममता बंजारे को चेकअप कराने के लिए बिलासपुर गया था। उनके साथ उनकी 3 साल की बच्ची अदिती भी थी। शाम ६ बजे वे गांव लौट रहे थे। इसी बीच पचपेड़ी निवासी पप्पू पिता संतोष पटेल (२५) दो मित्रों के साथ अपाचे बाइक पर तेज रफ्तार से आ रहा था। उसने नेवारी मोड़ के पास होरीर की बाइक को टक्कर मार दी। दुर्घटना में होरीर की मौके पर मौत हो गई। ममता और अदिती गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना के बाद पप्पू पटेल के साथी भाग गए। जबकि बाइक चालक पप्पू घायल अवस्था में पड़ा रहा। तीनों घायलों को संजीवनी एंबुलेंस से उपचार के लिए मस्तूरी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचाया गया, जहां डॉक्टर ने अदिती को मृत घोषित कर दिया। वहीं गंभीर रूप से घायल ममता को सिम्स रेफर कर दिया गया।
देर से पहुंचने पर पुलिस पर किया पथराव: दुर्घटना के बाद ग्राम नेवारी मोड़ पर ग्रामीणों की भीड़ लग गई। करीब एक घंटे बाद पचपेड़ी थाना प्रभारी केडी भास्कर पुलिस कर्मियों के साथ मौके पर पहुंचे थे। ग्रामीणों ने देर से पहुंचने पर टीआई को घेर लिया। ग्रामीणों ने पुलिस पर पथराव किया, जिसमें पेट्रोलिंग वाहन क्षतिग्रस्त हो गया। ग्रामीण लाठी लेकर पुलिस पर हावी होने लगे। टीआई केडी भास्कर को मौके से भागना पड़ा।
शहर से भेजा गया पुलिस बल: पुलिस पर पथराव और चक्काजाम सूचना मिलने पर मस्तूरी टीआई एलसी मोहले और मल्हार चौकी प्रभारी अवधेश सिंह ने सूचना हेडक्वार्टर डीएसपी एनएस चौबे को दी। डीएसपी चौबे ने पुलिस लाइन ने बल मल्हार भेजा। ग्रामीण मृतक के परिजनों को मुआवजा राशि देने की मांग पर अडे रहे। टीआई ने ग्रामीणों की समझाइश दी और शासन से मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया, लेकिन ग्रामीण नहीं माने। टीआई ने मस्तूरी एसडीएम कीर्तिमान सिंह राठौर को मोबाइल पर कॉल कर ग्रामीणों से बात कराई। एसडीएम ने उन्हें मुआवजा राशि दिलाने आश्वासन दिया। टीआई मोहले ने तत्काल १० हजार रुपए मृतक के परिजनों को दिया। इसके बाद ग्रामीणों ने चक्काजाम खत्म कर दिया।