जिस मोटरसाइकिल की कीमत महज 40 हजार रुपए है, उसकी मरम्मत पर 1 लाख 10 हजार रुपए से अधिक खर्च कर दिए गए।
बिलासपुर. जिस मोटरसाइकिल की कीमत महज 40 हजार रुपए है, उसकी मरम्मत पर 1 लाख 10 हजार रुपए से अधिक खर्च कर दिए गए। यह गजब कारनामा जिला अंत्यावसायी सहकारी वित्त एवं विकास निगम के पूर्व मुख्य कार्यपालन अधिकारी (सीईओ) पीके शर्मा ने किया। वे वर्तमान में रायगढ़ जिले में सीईओ हैं।
बिलासपुर में रहते हुए उन्होंने विभाग में वाहन होने के बावजूद किराए का वाहन लेकर डीजल भरवाया। इसके लिए भी 1.58 लाख रुपए से अधिक खर्च कर दिए। जिला अंत्यावसायी सहकारी वित्त एवं विकास निगम के तीन साल की ऑडिट रिपोर्ट में अजब-गजब मामलों का खुलासा हो रहा है। एक से बढ़कर एक गड़बड़ी सामने आ रही है। तत्कालीन सीईओ का कारनामा यह कि वर्ष 2012-13 में उन्होंने महज 40 चालीस हजार रुपए की बाइक की मरम्मत पर 1 लाख, 10 हजार 117 रुपए लुटा दिए।
वसूली करने के लिए किराए की गाड़ी और डीजल पर लुटाए 1.58 लाख रुपए
निगम के पूर्व सीईओ ने विभाग में गाड़ी उपलब्ध रहते हुए ऋण राशि की वसूली के लिए सरकारी खर्च पर किराए की चार पहिया गाड़ी मंगा ली। इसके लिए 74 हजार 559 रुपए किराए का भुगतान किया। वहीं इस वाहन में डीजल भरवाने पर 84 हजार 312 रुपए खर्च किए।
जांच रिपोर्ट फाइलों में कैद
कलेक्टर अन्बलगन पी. ने विभाग में आर्थिक अनियमितताओं को लेकर तीन सदस्यीय जांच टीम गठित की थी। इस जांच में भी करोड़ों रुपए के घपले सामने आए थे। इसके बाद यह रिपोर्ट फाइलों में कैद हो गई।