ब्रिटेन यात्रा के आखिरी दिन पीएम मोदी ने कहा कि ‘मैग्नाकार्टा’ से बहुत पहले भारत के दार्शनिक और समाज सुधारक बसवेश्वर ने दुनिया को लोकतंत्र का विचार दिया था।
ब्रिटेन यात्रा के आखिरी दिन पीएम मोदी ने कहा कि ‘मैग्नाकार्टा’ से बहुत पहले भारत के दार्शनिक और समाज सुधारक बसवेश्वर ने दुनिया को लोकतंत्र का विचार दिया था।
पीएम ने 12वीं सदी के दार्शनिक बसवेश्वर की प्रतिमा का अनावरण करते हुए कहा कि उन्होंने जाति व्यवस्था और समाज की बुराइयों के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी।
मोदी ने उम्मीद जताई कि जो लोग लोकतांत्रिक विचारों को मानते हैं, यह प्रतिमा उन्हें प्रेरित करेगी। उन्होंने कहा कि मैग्नाकार्टा से बहुत पहले बसवेश्वर ने लोकतंत्र के सिद्धांतों को हमें दिया था।
क्या है ‘मैग्नाकार्टा’?
मैग्नाकार्टा दुनिया के सबसे प्रसिद्ध दस्तावेजों में से एक है। इस घोषणापत्र को मूल रूप से इंग्लैड के किंग जॉन ने 1215 ईस्वी में राजनीतिक संकटों का सामना करते समय व्यवहारिक समाधान के तौर पर पेश किया था। मैग्नाकार्टा में पहली बार राजा सहित सभी के लिए यह सिद्धांत स्थापित किया गया कि सभी कानून के दायरे में हैं।
PM मोदी ने किया अंबेडकर स्मारक का उद्घाटन
पीएम मोदी ने शनिवार को लंदन में भारतीय संविधान के निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर को समर्पित एक स्मारक का उद्घाटन किया। ब्रिटेन प्रवास के दौरान एक छात्र के रूप में डॉ. अंबेडकर यहां रहा करते थे।
महाराष्ट्र सरकार ने अगस्त में इस बंगले को अधिग्रहित किया था। उत्तर पश्चिम लंदन में 10 किंग हेनरी रोड स्थित यह तिमंजिला बंगला 2050 वर्ग फुट में फैला हुआ है। इसे 20 नवम्बर को आम जनता के लिए खोला जाएगा।
विपक्ष के नेता जेरेमी कोर्बिन से मिले PM मोदी
ब्रिटेन के विपक्षी दल लेबर पार्टी के नेता जेरेमी कोर्बिन ने शनिवार को पीएम मोदी मुलाकात की। सोशलिस्ट सांसद कोर्बिन बृहस्पतिवार को रायल गैलरी में उस समय मौजूद नहीं थे जब भारतीय प्रधानमंत्री ब्रिटिश सांसदों को संबोधित कर रहे थे।
कोर्बिन उन 46 ब्रिटिश सांसदों में शामिल हैं जिन्होंने उस संसदीय प्रस्ताव पर हस्ताक्षर किए हैं जिसमें प्रधानमंत्री डेविड कैमरन से कहा गया है कि वह भारत के अपने समकक्ष मोदी के साथ बातचीत में मानवाधिकार का मुद्दा उठाएं।