पुलिस ने लगभग दो साल पूर्व कांगे्रस भवन में कांगे्रसियों पर डंडे बरसाए थे। इसमें अनेक कांगे्रसजन घायल हुए थे। इस मामले की तत्कालीन भाजपा सरकार ने दंडाधिकारी जांच के आदेश दिए थे। इस मामले की अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी बीएस उइके जांच कर रहे हैं। लाठीचार्ज मामले में पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों एवं कांगे्रस के पीडि़तों का बयान दर्ज करने, प्रतिपरीक्षण करने के लिए जांच अधिकारी ने अनेक बार समंस जारी किए गए। लेकिन हर बार किन्हीं कारणों से यह बयान और प्रतिपरीक्षण की सुनवाई टलती रही। करीब दो माह बाद एडीएम कोर्ट में शुक्रवार को फिर प्रतिपरीक्षण बयान दर्ज करने का सिलसिला शुरू हुआ।
दो का बयान एक का समंस तामील नहीं हुआ
प्रदेश कांगे्रस कमेटी के उपाध्यक्ष अटल श्रीवास्तव का एडीएम कोर्ट में करीब चालीस मिनट तक बयान दर्ज किया गया। प्रतिपरीक्षण के दौरान पूरे घटनाक्रम की जानकारी और एक अधिकारी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नीरज चंद्राकर व पुलिस कर्मी हरनारायण पाठक के नामजद रिपोर्ट कराने के बारे में उनके अधिवक्ताओं ने सवाल किए। शहर कांगे्रस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष नरेंद्र बोलर से भी अमूमन वहीं सवाल प्रतिवादी के वकीलों ने किए। जिला कांगे्रस कमेटी ग्रामीण के अध्यक्ष विजय केशरवानी का समंस तामील नहीं हो सका। इसलिए वे शुक्रवार को बयान देने मौजूद नहीं रहे।
प्रदेश कांगे्रस कमेटी के उपाध्यक्ष अटल श्रीवास्तव का एडीएम कोर्ट में करीब चालीस मिनट तक बयान दर्ज किया गया। प्रतिपरीक्षण के दौरान पूरे घटनाक्रम की जानकारी और एक अधिकारी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नीरज चंद्राकर व पुलिस कर्मी हरनारायण पाठक के नामजद रिपोर्ट कराने के बारे में उनके अधिवक्ताओं ने सवाल किए। शहर कांगे्रस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष नरेंद्र बोलर से भी अमूमन वहीं सवाल प्रतिवादी के वकीलों ने किए। जिला कांगे्रस कमेटी ग्रामीण के अध्यक्ष विजय केशरवानी का समंस तामील नहीं हो सका। इसलिए वे शुक्रवार को बयान देने मौजूद नहीं रहे।