READ MORE : भूपेश केबिनेट मंत्रियों के जिलों में बड़ा फेरबदल, जानें किसे मिला कहां का जिम्मा पुलिस के अनुसार छिंदपाली जिला कोरबा निवासी अशोक धनुआर पिता रामशरण (32) अपने ससुराल कंचनपुर आया हुआ था। उसका ससुर खोरबहरा जंगल में अपने परिवार से अलग रहता था, उससे मिलने के लिए शनिवार सुबह ससुराल कंचनपुर से निकला था। शनिवार को रात तक घर नहीं लौटने पर पत्नी सरिता व अन्य अशोक को खोजने के लिए निकले। सरिता ने पिता की झोपड़ी के पास पति की खून से लथपथ लाश को देखा और गांव वालों को इसकी सूचना दी। सूचना पर बेलगहना पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। पंचनामा में पुलिस को अशोक धनुआर के सर पर धारदार हथियार के सर पर गहने जख्म दिखाई दिए। पुलिस ने पंचनामा बाद शव पोस्ट मार्टम के लिए भेज दिया वही ससुर खोरबहरा की तलाश की लेकिन जंगल व उसके पहचान वालों के यहां खोजने पर जब ससुर का पता नहीं चला तो पुलिस ससुर को ही दमाद का हत्यारा मान कर मामले की जांच को आगे बढ़ा रही है।
READ MORE : जंग जारी है : मलेरिया, एनीमिया, कुपोषण के विरुद्ध ‘मलेरिया मुक्त बस्तर’ अभियान का चौथा चरण शुरू मृतक 6 माह से रह रहा था ससुराल में हीपुलिस की जांच में पता चला की मृतक अशोक कुमार धनुआर छिंदपाली से छ:माह पूर्व ही अपने ससुराल कंचनपुर में आकर रहने लगा था। वह जंगल में लकड़ी काटने जाता था और रोजी मजदूरी का काम भी किया करता था।
गांव से बाहर ही रहता था ससुर
खोरबहरा पिछले कुछ साल से अपनी पत्नी व बच्चों से अलग गांव में ही झोपड़ी बना कर अलग रह रहा था। परिवार में कुछ काम होने पर वह कम अवसर पर ही अपने घर जाता था। दमाद की हत्या के बाद से ही वह फरार है वह कहा गया यह किसी को भी नहीं पता है। दमाद की हत्या में उसका हाथ है या किसी और ने उसकी हत्या की है इस सवाल का जवाब ससुर के मिलने के बाद ही पुलिस को पता चलेगा।
छिंदपाली निवासी अशोक धनुआर की लाश उसके ससुर की झोपड़ी के पास बहने वाले कोसमी नाले के पास मिली है। ससुर की काफी तलाश की गई लेकिन उसका पता नहीं चला। ससुर के मिलने के बाद ही हत्या का खुलासा हो पाएगा।
– अजय वारे, बेलगहना चौकी प्रभारी