पुलिस के अनुसार महमंद निवासी राजेन्द्र रजक पिता पंचू रजक (45) ने शुक्रवार रात लगभग 11 से 11.30 के बीच राजमिस्त्री और उसकी कथाकथित पत्नी पूर्णिमा पासी पति राजकुमार गुप्ता (28) के बीच चार माह की बच्ची लक्ष्मी को लेकर विवाद हुआ और पूर्णिमा पासी ने चार माह की बच्ची लक्ष्मी को खाट में पटक दिया। चार माह की बच्ची को खाट में पटकने से राजेन्द्र को गुस्सा आ गया और उसने पास में रखी कुल्हाणी से पूर्णिमा के सिर पर ताबड़तोड़ चार से पांच वार कर हत्या कर दी।
पत्नी को खून से लथपथ देख राजेन्द्र के होश उड़ गए और वह मौके से दोनों बच्चों को लेकर अपने दूसरे घर भाग गया। रात में गांव कोटवार के माध्यम से तोरवा पुलिस को हत्या की जानकारी लगी तो मौके पहुंच कर पति की खोजबीन शुरू और उसे गांव वालों की सहायता से उसके दूसरे घर से गिरफ्तार कर बच्चों को बरामद कर लिया। पुलिस राजेन्द्र रजक को न्यायालय में पेश कर आगे की कार्रवाई कर रही है।
पत्नी और बच्चों से रहता था अलग आरोपी
राजेन्द्र रजक का छोटी-छोटी बातों को लेकर उसकी पत्नी से विवाद होता था। रोजाना होने वाले विवाद की वजह से उसकी पहली पत्नी महमंद गुड़ी चौक के पास अपने बच्चों के साथ अलग रहने लगी थी।
पति की मौत के बाद रोजी मजदूरी कर रही पूर्मिणा और आरोपी में बना संबंध
पुलिस को जांच के दौरान पता चला की पूर्णिमा पासी के पति राजकुमार गुप्ता की कुछ साल पहले मौत हो गई थी। पति की मौत के बाद अपने दो बच्चों का पालन पोषण करने पूर्णिमा रोजी मजदूरी करने लगी थी। रोजी मजदूरी करने के दौरान पूर्णिमा की पहचान राजेन्द्र रजक से हुई दोनों काम के दौराम नजदीक आ गए और साथ में रहने लगे।
पूर्णिमा अपने एक बच्चें को रखी थी अपने साथ
पुलिस को जांच में पता चला की आरोपी राजेन्द्र के पास जो दो बच्चों मिले इसमें 4 वर्षीय बेटा राजवीर पूर्णिमा के पहले पति राजकुमार से हुआ बेटा था। पूर्णिमा का दूसरा बेटा उसके मायके वालों के पास है।
तोरवा थाना थाना प्रभारी सुखनंदन पटेल ने कहा, महमंद निवासी महिला को चूड़ी पहनाकर अपने साथ आरोपी ने रखा था। 4 माह की बच्ची को लेकर शुक्रवार रात दोनों के बीच विवाद हुआ। राजेन्द्र ने पूर्णिमा की कुल्हाड़ी कर हत्या कर दी और फरार हो गया था। सूचना के आधार पर पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।