कुलपति को सौंपी जांच रिपोर्ट, पुरानी टीम को कारण बताओ नोटिस जारी
बिलासपुरPublished: Aug 11, 2015 10:48:00 pm
मीडिया के सवाल उठाने पर जांच कमेटी के सदस्य डॉ.बीए मिश्रा ने शांति कश्यप
को अपनी बेटी जैसी बताया। मामला संदेहास्पद होने पर कुलपति ने वह जांच
कमेटी भंग कर दी थी। इसके बाद नई कमेटी गठित की गई थी।
jadalpur education minister
बिलासपुर. पं. सुंदरलाल शर्मा ओपन यूनिवर्सिटी की परीक्षा में मंत्री की पत्नी के स्थान पर किसी और महिला द्वारा परीक्षा देने के मामले की जांच के लिए बनाई गई तीन सदस्यीय नई जांच कमेटी ने जांच रिपोर्ट कुलपति को सौंप दी है। कुलपति ने यूनिवर्सिटी के कुलसचिव और परीक्षा नियंत्रक को बुधवार सुबह 10.30 बजे रिपोर्ट पर टिप्पणी प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। वहीं, पुरानी टीम में शामिल सदस्य को मंत्री की पत्नी को बेटी समान बताने पर कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। पुरानी टीम के सदस्य ने मंत्री की पत्नी को बेटी बताया था, इसके बाद कुलपति ने जांच टीम भंग कर नई जांच टीम बनाई थी।
नई टीम ने दो दिनों मे कर ली जांच
पुरानी टीम भंग करने के बाद कुलपति डॉ. बंशगोपाल सिंह ने डॉ. सुरेश मोहन के नेतृत्व में तीन सदस्यीय टीम का गठन किया था। टीम में डॉ. मोहन सहित डॉ. एमबी त्रिपाठी व डॉ. राजकुमार जायसवाल शामिल किए गए थे। नई टीम ने दो दिन में जांच पूरी करने के बाद मंगलवार की शाम करीब 5.30 बजे कुलपति को रिपोर्ट सौंप दी। रिपोर्ट का खुलासा 12 अगस्त बुधवार को होगा।
मंत्री की पत्नी से पूछताछ नहीं
नई जांच टीम ने मंत्री की पत्नी शांति कश्यप ने पूछताछ नहीं की है, जबकि उनकी जगह दूसरी महिला द्वारा परीक्षा दिलवाने का गंभीर आरोप है। कुलपति डॉ. बंशगोपाल सिंह ने भी इस बात को स्वीकार करते हुए कहा है कि टीम ने इसकी जरूरत नहीं समझी होगी।
मंत्री की पत्नी को बेटी बताने पर नोटिस
पुरानी जांच टीम में शामिल डॉ. बीए मिश्रा ने परीक्षा में फर्जीवाड़े की आरोपी मंत्री की पत्नी से रायपुर में पूछताछ की थी। पूछताछ के बाद मंत्री के बंगले से बाहर आने के दौरान मीडिया से चर्चा करते हुए डॉ. मिश्रा ने मंत्री की पत्नी को बेटी समान बताते हुए कहा था कि वे अपनी बेटी से मिलने आए थे। उनके इस बयान के बाद कुलपति ने रिपोर्ट नकारते हुए डॉ. मिश्रा को कारण बताओ नोटिस जारी कर पूछा है कि उन्होंने यूनिवर्सिटी को परेशानी में डालने वाला बयान क्यों दिया?
क्या है मामला
बस्तर के लोहंदीगुड़ा केंद्र में ओपन यूनिवर्सिटी की एमए अंतिम अंग्रेजी की परीक्षा में शिक्षामंत्री केदार कश्यप की पत्नी शांति कश्यप ने भी फॉर्म भरा था। लेकिन परीक्षा हॉल में उनकी जगह दूसरी महिला को पर्चा हल करते पाया। मामला पकड़ में आने पर महिला परीक्षा केंद्र से भाग गई। मंत्री की पत्नी द्वारा परीक्षा में फर्जीवाड़ा करने का खुलासा होते ही राज्यभर में राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई। ओपन यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ.बंशगोपाल सिंह ने दो सदस्यीय टीम का गठन करते हुए जांच के निर्देश दिए थे। लोहंदीगुडा़ से जांच करने के बाद टीम रायपुर में मंत्री की पत्नी से पूछताछ के लिए पहुंची। वहां मंत्री की पत्नी ने एक सदस्य के पैर छू लिए। मीडिया के सवाल उठाने पर जांच कमेटी के सदस्य डॉ.बीए मिश्रा ने शांति कश्यप को अपनी बेटी जैसी बताया। मामला संदेहास्पद होने पर कुलपति ने वह जांच कमेटी भंग कर दी थी। इसके बाद नई कमेटी गठित की गई थी।
नई टीम ने मंगलवार की शाम बंद लिफाफे में रिपोर्ट सौंप दी है। कुलसचिव और परीक्षा नियंत्रक को बुधवार की सुबह 10.30 बजे तक रिपोर्ट पर अपनी टिप्पणी प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके बाद रिपोर्ट का खुलासा कर दिया जाएगा। यह सही है कि नई टीम ने मंत्री की पत्नी से पूछताछ नहीं की है।
डॉ. बंशगोपाल सिंह, कुलपति पं. सुंदरलाल शर्मा ओपन यूनिवर्सिटी