100 साल में पहली बार बन रहा दुर्लभ संयोग, खास है 23 अक्टूबर
बिलासपुरPublished: Oct 22, 2016 12:28:00 pm
ज्योतिषाचार्यों की माने तो शताब्दी की पहली घटना है जब दीपावली से पहले रवि पुष्य नक्षत्र पड़ रही है।
बिलासपुर. पुष्य नक्षत्र की तिथि आगामी 23 अक्टूबर को पड़ रही है। रविवार को पडऩे के कारण यह तिथि रवि पुष्य नक्षत्र के नाम से जानी जाती है। रवि पुष्य नक्षत्र का योग बहुत कम पड़ता है। ज्योतिषाचार्यों की माने तो शताब्दी की पहली घटना है जब दीपावली से पहले रवि पुष्य नक्षत्र पड़ रही है। इस बार दीपावली भी रविवार को ही मनाई जाएगी। रवि पुष्य नक्षत्र में खरीदारी करने से सुख-समृद्धि की प्राप्ति होगी।
ज्योतिषाचार्य एवं वास्तुविद डॉ.दीपक शर्मा ने बताया कि दीपावली से पूर्व कार्तिक कृष्ण पक्ष की सप्तमी एवं अष्टमी की तिथि में अहोई अष्टमी का पर्व मनाया जाएगा। 22 अक्टूबर की रात्रि दो बजे से पुष्य नक्षत्र की शुरुआत होगी। 23 अक्टूबर का सूर्योदय रवि पुष्य नक्षत्र में सम्पन्न होगा। इस प्रकार रवि पुष्य नक्षत्र व अहोई अष्टमी का संयोग निर्मित हो रहा है। माताएं अहोई माता की पूजा कर अपने पुत्र की लंबी आयु व सुख-समृद्धि की प्राप्ति होगी। दीपावली के पूर्व संपन्न होने वाले पुष्य नक्षत्र का विशेष महत्व होता है। इस दिन वाहन, आभूषण, बर्तन, स्वर्ण एवं चांदी के वस्तुओं का भी क्रय किया जाता है। 27 नक्षत्रों में पुष्य नक्षत्र सर्वाधिक बलवान एवं योग कारक होता है।
राशियों पर प्रभाव
मेष- आर्थिक क्षेत्र से संबंधित लाभ के योग बन रहे।
वृषभ- नवीन वस्तुओं की खरीदारी से लाभ होगा।
मिथुन- संपत्तिगत, कॅरियर, व्यापार एवं सर्विस से संबंधित लाभ होगा।
कर्क- भाग्यजनित सफलता एवं पराक्रम में वृद्धि के योग है।
सिंह- आर्थिक क्षेत्र में प्रगति एवं धन लाभ होगा।
कन्या- विवाह, प्रेम एवं दाम्पत्य जीवन से संबंधित सुखों की प्राप्ति होगी।
तुला- शत्रुओं पर विजय प्राप्त होगा। पुरानी समस्याओं का समाधान होगा।
वृश्चिक- शिक्षा, व्यापार, कॅरियर व संतान पक्ष विषयक लाभ के योग।
धनु- नए शुभ समाचार की प्राप्ति के योग।
मकर- पुरानी समस्याओं का अंत होगा व नए कार्य की शुरुआत होगी।
कुंभ- आर्थिक क्षेत्र, कॅरियर एवं सर्विस में लाभकारी परिवर्तन के योग।
मीन- अविवाहित जातकों को विवाह से संबंधित लाभ होगा एवं विवाहित जातकों के वैवाहिक जीवन में मधुरता आएगी।