जिला पंचायत चुनाव में भाजपा का कैसे उल्टा पड़ गया दाव
बिलासपुरPublished: Feb 14, 2020 09:08:42 pm
jila Panchayat Election results: जिला पंचायत चुनाव में बहुमत की कमी से जूझ रहीं भाजपा को मतदान के दौरान जोरदार झटका लगा।
जिला पंचायत चुनाव में भाजपा का कैसे उल्टा पड़ गया दाव
बिलासपुर . जिला पंचायत चुनाव में बहुमत की कमी से जूझ रहीं भाजपा को मतदान के दौरान जोरदार झटका लगा। जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में भाजपा सदस्यों ने क्रॉस वोटिंग कर दी। इससे कांगे्रस प्रत्याशी के वोट में इजाफा हो गया। जिला पंचायत में कांगे्रस के नए अध्यक्ष अरुण सिंह चौहान निर्वाचित हुए है। जिपं. उपाध्यक्ष के चुनाव में भाजपा ने वॉकओवर दे दिया । कांगे्रस की सदस्य हेमकुंवर अजीत श्याम निर्विरोध उपाध्यक्ष निर्वाचित हुई है।
जिला पंचायत सभाकक्ष में पीठासीन अधिकारी व अपर कलेक्टर बीसी साहू ने जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया सुबह 10.30 बजे प्रारंभ की गई। सहायक पीठासीन अधिकारी डिप्टी कलेक्टर अंशिका पांडेय व उपसंचालक पंचायत जेपी शुक्ला थे। अध्यक्ष पद के चुनाव के नामांकन की प्रक्रिया पूरी की गई। कांगे्रस की तरफ से अधिकृत प्रत्याशी अरुण सिंह चौहान ने नामांकन दाखिल किया । चौहान के नाम का प्रस्ताव जिला पंचायत सदस्य राजेश्वर भार्गव ने किया । प्रस्ताव का समर्थन जिपं.सदस्य आनंद मरावी ने किया । वहीं भाजपा प्रत्याशी नूरी दिलेंद्र कौशिल के नाम का प्रस्ताव घनश्याम कौशिक ने किया तथा समर्थन चांदनी भारद्वाज ने किया । उपाध्यक्ष पद के चुनाव में कांगे्रस प्रत्याशी हेमकुंवर अजीत श्याम के प्रस्तावक जिपं. सदस्य संदीप यादव एवं समर्थक जिपं. सदस्य राहुल सोनवानी रहे।
बाक्स
भाजपा में हो गई क्रॉस वोटिंग
जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में भाजपा सदस्यों की संख्या 6 थी। लेकिन अध्यक्ष के चुनाव परिणाम आए तो भाजपा के ही एक सदस्य ने क्रॉस वोटिंग करके कांगे्रस के पक्ष में मतदान कर दिया।
निरस्त होने वाला वोट भी भाजपा का
जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में एक वोट निरस्त किया गया। यह वोट भी भाजपा समर्थित सदस्य का रहा । इसलिए भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी नूरी दिलेंद्र कौशिल को केवल चार वोट मिलें। नूरी दिलेंद्र कौशिल का मानना है कि एक वोट की क्रॉस वोटिंग हो गई और एक निरस्त होने वाला भी वोट उन्हीं के पक्ष का था।
अध्यक्ष में दमदारी दिखाई,उपाध्यक्ष में मैदान छोड़े
जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में भाजपा ने दमदारी दिखाई। भाजपा समर्थित सदस्यों की संख्या 6 थी। इसके बाद भी चुनाव लडऩे के लिए अडिग़ रहे। कांगे्रस से मुकाबला किया। अध्यक्ष के चुनाव परिणाम सामने आए इसके बाद उपाध्यक्ष के चुनाव में भाजपा ने मैदान छोड़ दिया ।
अध्यक्ष में एकतरफा जीती कांगे्रस,उपाध्यक्ष निर्विरोध
जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में कांगे्रस को एकतरफा जीत मिलीं । कांगे्रस प्रत्याशी अरुण सिंह चौहान को 17 वोट मिले। उनके प्रतिद्वंद्वी को केवल 4 वोट मिल पाए। एक वोट निरस्त हो गया। अध्यक्ष के परिणाम की घोषणा के बाद भाजपा ने उपाध्यक्ष पद के लिए चुनाव में प्रत्याशी नहीं उतारें । जिपं. उपाध्यक्ष के पद पर जिला पंचायत सदस्य हेमकुंवर अजीत श्याम निर्विरोध निर्वाचित घोषित की गई।
सभी 22 सदस्यों ने मतदान में हिस्सा लिया
जिला पंचायत के अध्यक्ष,उपाध्यक्ष के चुनाव में सभी 22 सदस्यों ने मतदान में हिस्सा लिया । इनमें कांगे्रस समर्थित सदस्यों में अरुण सिंह चौहान, जितेंद्र पांडेय, अंकित गौरहा, संदीप यादव, राहुल सोनवानी, शुभम पेंद्रों, आनंद मरावी, राजेश्वर भार्गव, स्मृति श्रीवास, गोदावरी कमलसेन, मीनू सुमंत यादव, संगीता करसायल, हेमकुंवर अजीत श्याम, किरण यादव, जानकी सर्राटी एवं पुष्पेश्वरी कंवर शामिल रहीं। भाजपा समर्थित सदस्यों में नूरी दिलेंद्र कौशिल, गौरी तुलसी बघेल, घनश्याम कौशिक, मनीता अधियार भानू, चांदनी भारद्वाज एवं ममता धनंजय क्षत्री उपस्थित रहे।
दिनभर सक्रिय रहीं पर्यवेक्षक
कांगे्रस पर्यवेक्षक व पूर्व सांसद करुणा शुक्ला पिछले दो दिनों से शहर में रहकर सभी जिला पंचायत सदस्यों को एकजुट रखने के लिए सक्रिय रहीं। शुक्रवार को कांगे्रस भवन में सदस्यों से चर्चा की। फिर नामांकन भरने , अध्यक्ष,उपाध्यक्ष के मतदान ,परिणाम तक मौजूदगी रहीं। चुनाव के पश्चात पूर्व सांसद जिला पंचायत कार्यालय भी पहुंची। इस दौरान जिला कांगे्रस कमेटी ग्रामीण के अध्यक्ष विजय केशरवानी , प्रमोद नायक, महापौर रामशरण यादव, नगर निगम के सभापति शेख नजरूद्दीन , राजेंद्र शुक्ला, आशिष ठाकुर आदि मौजूद रहे।
बघेल ,अटल के लगे नारे
जिला पंचायत परिसर में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल,प्रदेश महामंत्री अटल श्रीवास्तव , करुणा शुक्ला , नवनिर्वाचित अध्यक्ष के समर्थन में जिंदाबार के नारे समर्थकों ने लगाएं।
शांतिपूर्वक चुनाव हुए
जिला पंचायत अध्यक्ष,उपाध्यक्ष के चुनाव शांतिपूर्वक हुआ। किसी प्रकार की कोई व्यवधान नहीं हुआ और न ही किसी तरह के विवाद हुए ।
बीसी साहू , पीठासीन अधिकारी व अपर कलेक्टर ,बिलासपुर