प्रश्न- जो हो गया सो हो गया, अब अमित अपनी मौजूदगी कैसे दर्ज कराएंगे?
उत्तर- मुख्यमंत्री ने बदले की भावना से मुझे चुनाव से बाहर किया है, मरवाही के दिल से नहीं। लोगों ने देखा है मेरे साथ अन्याय हुआ है। कांग्रेस मेरे पिता अजीत जोगी का अपमान कर रही है। मैं जनता से न्याय मांग रहा हूं। मरवाही जरूर मुझे इंसाफ देगा।
प्रश्न- न्याय मांगने में इतनी हुज्जत क्यों, खुलकर क्यों नहीं मांगा?
उत्तर- जिन्होंने हमारे साथ अन्याय किया, लोग उससे बदला लें।
प्रश्न- लेकिन न्याय का फॉर्मूला क्या, बदला कैसे लें?
उत्तर- मैंने भूपेश बघेल से कहा था आप मरवाही में मेरे पिताजी के खिलाफ अपशब्द न कहें।
प्रश्न- उन्होंने माना?
उत्तर- वे 72 घंटे यहां रहें, लगातार जोगी जी का अपमान करते रहे। अब हम क्लीयर हैं, गंभीर सिंह को वोट दें, हमारे लोग यही करेंगे।
प्रश्न- यह तो आपने कह दिया, लेकिन मैदान पर क्या भाजपा के साथ जाएंगे?
उत्तर- यह फैसला हमारे कार्यकर्ताओं का है। मरवाही के सभी लोग हमारे हैं। किसी भी दल के हों, मेरे दिल में हैं। मैं किसी के पक्ष में नहीं बात करना चाहता था, लेकिन मुख्यमंत्री ने पिताजी को नकली, निकम्मा कहा तो मुझे गुस्सा आया।
प्रश्न- आपको इसके मुख्य सूत्रधार कौन लगते हैं?
उत्तर- भूपेश बघेल हैं।
प्रश्न- लेकिन आपके लोग ही क्यों आपको छोड़ रहे हैं, जैसे कि देवव्रत, प्रमोद?
उत्तर- देवव्रत मेरे बड़े भाई हैं। मरवाही में व्यस्त हूं तो बाद में बात करूंगा।
प्रश्न- आपने उनसे फोन पर भी बात नहीं की, इतने सीनियर को आप क्यों इग्नोर कर रहे हैं।
उत्तर- मैं मरवाही में व्यस्त हूं, फोन पर ऐसी बात नहीं हो पाती।
प्रश्न- तो क्या आपके पास अपने लोगों के लिए 5 मिनट भी नहीं?
उत्तर- नहीं, मैंने उन्हें मैसेज किया है।
प्रश्न- ऐसा परसेप्शन क्यों बन रहा है कि पार्टी अब खत्म हो रही है?
उत्तर- यह तो लोग शुरू से ही फैला रहे हैं। मैं अपने पिता की छत्तीसगढ़ में स्वराज लाने की कल्पना को साकार करना चाहता हूं।
प्रश्न- तो लोक स्वराज लाएंगे तो लोग ही, आपकी पार्टी से सालभर में दर्जनभर से अधिक छोड़ गए, क्यों आत्मावलोकन नहीं करते?
उत्तर- यह इतना बड़ा ध्रुवाकर्षण है। जल्दी ठीक हो जाएगा।
प्रश्न- आपके पास पार्टी की ओवरहॉलिंग की कोई प्लानिंग है?
उत्तर- मैं मानता हूं पदयात्रा प्रभावी माध्यम है। मैं जाऊंगा।
प्रश्न- अब पार्टी क्या करेगी, अपने जाति प्रमाणपत्र को लेकर कहां तक जाएंगे?
उत्तर- मेरे साथ अन्याय हुआ, मैं हर स्तर पर लडूंगा।
प्रश्न- ऐसा परसेप्शन क्यों जा रहा है आप सपरिवार एक दिन कांग्रेस में जाएंगे?
उत्तर- मेरे बेटे के लिए मैडम सोनिया जी ने कुछ नाम भी सुझाए हैं। मैं कांग्रेस में नहीं जाऊंगा, परिवार के रिश्ते अपनी जगह। हम चाहते हैं हमारी पार्टी राज्य के फैसले राज्य में के विजन के साथ बढ़े।
प्रश्न- और वो फैसले भाजपा के साथ ले?
उत्तर- हम सिर्फ यही चुनाव लड़ेंगे।
प्रश्न- मतलब कल सब अपनी राह पर होंगे?
उत्तर- राष्ट्रीय दल और क्षेत्रीय दल के बीच स्थाई समझौता नहीं होता।
प्रश्न- एनसीपी, कांग्रेस, जेडीयू, भाजपा के गठबंधन तो हैं?
उत्तर- वह बड़े लेवल की बात है।
प्रश्न- क्यों बड़े लेवल की बात हुई, वे भी अपने राज्य के क्षेत्रीय हैं आप भी?
उत्तर- उनके गठबंधन भी टूटे हैं।
प्रश्न- कल भाजपा के खिलाफ वोट मांगेगे, फिर क्या कहेंगे आज कमल में खुशबू है कल नहीं रहेगी?
उत्तर- मैंने यह नहीं कहा भाजपा अच्छी पार्टी है।
प्रश्न- फिर साथ क्यों जा रहे हैं?
उत्तर- सिर्फ संदेश देने। जोगी के साथ इस तरह से व्यवहार नहीं कर सकते।
प्रश्न- जब आपको पता था, नामांकन रद्द हो सकता है तो स्ट्रोंगली कोई विकल्प क्यों नहीं दिया?
उत्तर- हमने उतारे थे, उन्होंने रद्द कर दिए।
प्रश्न- इतने अनुभवी आप, फिर कैसे नामांकन में सिली मिस्टेक्स हो गईं?
उत्तर- नहीं, मैंने स्क्रूटनी के वक्त आपत्ति लगाई थी, सुनी नहीं गई। मैं कोर्ट जाऊंगा।
उत्तर- मुख्यमंत्री ने बदले की भावना से मुझे चुनाव से बाहर किया है, मरवाही के दिल से नहीं। लोगों ने देखा है मेरे साथ अन्याय हुआ है। कांग्रेस मेरे पिता अजीत जोगी का अपमान कर रही है। मैं जनता से न्याय मांग रहा हूं। मरवाही जरूर मुझे इंसाफ देगा।
प्रश्न- न्याय मांगने में इतनी हुज्जत क्यों, खुलकर क्यों नहीं मांगा?
उत्तर- जिन्होंने हमारे साथ अन्याय किया, लोग उससे बदला लें।
प्रश्न- लेकिन न्याय का फॉर्मूला क्या, बदला कैसे लें?
उत्तर- मैंने भूपेश बघेल से कहा था आप मरवाही में मेरे पिताजी के खिलाफ अपशब्द न कहें।
प्रश्न- उन्होंने माना?
उत्तर- वे 72 घंटे यहां रहें, लगातार जोगी जी का अपमान करते रहे। अब हम क्लीयर हैं, गंभीर सिंह को वोट दें, हमारे लोग यही करेंगे।
प्रश्न- यह तो आपने कह दिया, लेकिन मैदान पर क्या भाजपा के साथ जाएंगे?
उत्तर- यह फैसला हमारे कार्यकर्ताओं का है। मरवाही के सभी लोग हमारे हैं। किसी भी दल के हों, मेरे दिल में हैं। मैं किसी के पक्ष में नहीं बात करना चाहता था, लेकिन मुख्यमंत्री ने पिताजी को नकली, निकम्मा कहा तो मुझे गुस्सा आया।
प्रश्न- आपको इसके मुख्य सूत्रधार कौन लगते हैं?
उत्तर- भूपेश बघेल हैं।
प्रश्न- लेकिन आपके लोग ही क्यों आपको छोड़ रहे हैं, जैसे कि देवव्रत, प्रमोद?
उत्तर- देवव्रत मेरे बड़े भाई हैं। मरवाही में व्यस्त हूं तो बाद में बात करूंगा।
प्रश्न- आपने उनसे फोन पर भी बात नहीं की, इतने सीनियर को आप क्यों इग्नोर कर रहे हैं।
उत्तर- मैं मरवाही में व्यस्त हूं, फोन पर ऐसी बात नहीं हो पाती।
प्रश्न- तो क्या आपके पास अपने लोगों के लिए 5 मिनट भी नहीं?
उत्तर- नहीं, मैंने उन्हें मैसेज किया है।
प्रश्न- ऐसा परसेप्शन क्यों बन रहा है कि पार्टी अब खत्म हो रही है?
उत्तर- यह तो लोग शुरू से ही फैला रहे हैं। मैं अपने पिता की छत्तीसगढ़ में स्वराज लाने की कल्पना को साकार करना चाहता हूं।
प्रश्न- तो लोक स्वराज लाएंगे तो लोग ही, आपकी पार्टी से सालभर में दर्जनभर से अधिक छोड़ गए, क्यों आत्मावलोकन नहीं करते?
उत्तर- यह इतना बड़ा ध्रुवाकर्षण है। जल्दी ठीक हो जाएगा।
प्रश्न- आपके पास पार्टी की ओवरहॉलिंग की कोई प्लानिंग है?
उत्तर- मैं मानता हूं पदयात्रा प्रभावी माध्यम है। मैं जाऊंगा।
प्रश्न- अब पार्टी क्या करेगी, अपने जाति प्रमाणपत्र को लेकर कहां तक जाएंगे?
उत्तर- मेरे साथ अन्याय हुआ, मैं हर स्तर पर लडूंगा।
प्रश्न- ऐसा परसेप्शन क्यों जा रहा है आप सपरिवार एक दिन कांग्रेस में जाएंगे?
उत्तर- मेरे बेटे के लिए मैडम सोनिया जी ने कुछ नाम भी सुझाए हैं। मैं कांग्रेस में नहीं जाऊंगा, परिवार के रिश्ते अपनी जगह। हम चाहते हैं हमारी पार्टी राज्य के फैसले राज्य में के विजन के साथ बढ़े।
प्रश्न- और वो फैसले भाजपा के साथ ले?
उत्तर- हम सिर्फ यही चुनाव लड़ेंगे।
प्रश्न- मतलब कल सब अपनी राह पर होंगे?
उत्तर- राष्ट्रीय दल और क्षेत्रीय दल के बीच स्थाई समझौता नहीं होता।
प्रश्न- एनसीपी, कांग्रेस, जेडीयू, भाजपा के गठबंधन तो हैं?
उत्तर- वह बड़े लेवल की बात है।
प्रश्न- क्यों बड़े लेवल की बात हुई, वे भी अपने राज्य के क्षेत्रीय हैं आप भी?
उत्तर- उनके गठबंधन भी टूटे हैं।
प्रश्न- कल भाजपा के खिलाफ वोट मांगेगे, फिर क्या कहेंगे आज कमल में खुशबू है कल नहीं रहेगी?
उत्तर- मैंने यह नहीं कहा भाजपा अच्छी पार्टी है।
प्रश्न- फिर साथ क्यों जा रहे हैं?
उत्तर- सिर्फ संदेश देने। जोगी के साथ इस तरह से व्यवहार नहीं कर सकते।
प्रश्न- जब आपको पता था, नामांकन रद्द हो सकता है तो स्ट्रोंगली कोई विकल्प क्यों नहीं दिया?
उत्तर- हमने उतारे थे, उन्होंने रद्द कर दिए।
प्रश्न- इतने अनुभवी आप, फिर कैसे नामांकन में सिली मिस्टेक्स हो गईं?
उत्तर- नहीं, मैंने स्क्रूटनी के वक्त आपत्ति लगाई थी, सुनी नहीं गई। मैं कोर्ट जाऊंगा।