इसके लेकर जिले में भी तैयारी शुरू हो गई है क्योंकि बिलासपुर में वैक्सीन स्टोर करने के लिए सर्वाधिक क्षमता है। इसके तहत वैक्सीनेशन कार्यक्रम को तेज गति से पूरा करने के लिए प्लान मांगा गया है। इसके साथ ही वैक्सीन के स्टोरेज ट्रांसपोर्ट के लिए सभी जरूरी बंदोबस्त को लेकर भी एक असेसमेंट प्लान मांगा गया है।
जिले में कोरोना का कहर जारी, 147 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले
एनएचएम की एमडी प्रियंका शुक्ला ने बताया कि केंद्र के साथ कोरोना वैक्सीनेशन प्रोग्राम पर चर्चा चल रही है। इसके लिए प्रारंभिक असेसमेंट प्लान मांगा गया है। सभी बिदुओं को लेकर हमने तैयारियां शुरू कर दी है। गौरतलब हो कि प्रदेश में चार स्थानों पर वैक्सीन रखने के लिए सबसे बड़े स्टोरेज हैं। इसमें एक बिलासपुर में भी स्थित है। यहां से भी जानकारी मांगी गई है।
यदि शासन कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर कोई अभियान चलाती है तो बिलासपुर शहर में भी इसके टीके को स्टोर किया जाएगा जिससे शहर और ग्रामीण क्षेत्रों को अन्य जिले से पहले प्राथमिकता मिलेगी और टीका की शुरुवात यहां से हो सकेगी। बिलासपुर के साथ ही रायपुर, अंबिकापुर, और जगदलपुर में वैक्सीन के बड़े स्टोरेज हैं।
शहरों के अलावा दूर दराज के 23 हजार गांवों तक टीका पहुंचाने के लिए एक बड़ा रणनीतिक प्लान भी बनाया जा रहा है। इसमें कोल्ड चैन को मेंटेन रखने जैसे बिदुओं पर फोकस भी किया जा रहा है। एक वॉक इन कूलर या फ्रिज को बनाने में 25 से 50 लाख तक का खर्च आता है। केंद्र सरकार ने इस पर भी बिदुवार जानकारी मांगी है।
पोलियो के समय 5 लाख टीका किए थे स्टोर
स्वास्थ्य विभाग के वैक्सीन इंचार्ज प्रवीण शर्मा ने बताया कि बिलासपुर से ही पूरे संभाग में टीकाकरण के लिए वैक्सीन भेजा जाता है। वर्तमान में यहां 64000 वैक्सीन रखी जा रही है। लेकिन पोलियो टीकारण के समय यहा 5 लाख वैक्सीन भी रखी गई थी जिसे टीकाकरण अभियान के दौरान संभाग के साथ ही अन्य जिले में भेजा गया था। यदि कोरोना की वैक्सीन बनती है और उसे स्टोर करने की जिम्मेदारी जिले को मिली है।
हमारे पास पर्याप्त संसाधन है लेकिन वैक्सीन आने के बाद भी पता चल पाएगा कि उसे किस टेम्प्रेचर में रखना है। जैसे पोलियो के टीके को आइस जमने वाले फ्रिजर में रखा जता है। मिजलेस के टीके को आईस लाइन के टॉप खंड में रखा जाता है। टीटनेश के टीके को लो लेवल में रखा जाता है। इसी तरह कोरोना के वैक्सीन को किस टेम्प्रचर में रखना है। इसके बारे में वैक्सीन बनाने के बाद ही निर्णय लिया जाएगा। लेकिन अभी क्षमता पर्याप्त है।
जिले में 22614 टीकाकरण का टारगेट 20352 पूरा
टीकाकरण के नोडल अधिकारी डॉ. मनोज सैम्यूल ने बताया कि मिजलेस, रुबेला, पोलियो सहित अन्य बच्चों के टीकाकरण के लिए जिले को छह माह के लिए 22614 टीकाकरण का टारगेट दिया गया था जिसमें से अब तक 20352 बच्चों को टीका लगाया जा चुका है। कई वर्षों से लगातार अभियान चलने के कारण हेल्थ का पूरा अमला इसमें दक्ष है। कोरोना में भी हमारी टीम लगातार टीकाकरण अभियान चला रही थी यदि कोरोना वैक्सीन की जिम्मेदारी मिलती है। तो इसके लिए हम तैयार है।
हमारे पास वैक्सीन रखने के लिए पर्याप्त मात्रा में डीप फ्रीजर की व्यवस्था है। जैसे ही आदेश मिलेगा हम तैयारी शुरू कर देगे।
-डॉ.प्रमोद महाजन, सीएमएचओ, बिलासपुर।
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