कैदी द्वारा चेंजमेकर के दिया गया स्लोगन- देश को बेचने वालों के
लद गए दिन चंडालों के।
इन चंडालों की बलि देकर
बनेंगे हम सब चेंजमेकर। राजनीति को स्वच्छ बनाने के लिए कुछ लोग सक्रिय राजनीति मे आना चाहते हैं तो कुछ पीछे रहकर अच्छे कार्य करने वालों का समर्थन करना चाहते हैं। बदलाव के लिए देश में सभी लोग आगे आ रहे हैं। और इस अभियान का असर इतना व्यापक है कि इस पर लिखने के लिए कैदी भी पीछे नहीं रहा और उसने चेंजमेकर को एक प्रेरणादायक रूप मे बताया साथ ही उसने स्लोगन के माध्यम से बताया कि देश को बेचने वाले लोग सावधान हो जाएं और अगर वे ऐसा करते हैं तो उसका विनाश करने चेंजमेकर आ गए हैं और उसका विनाश करके ही वो चेंजमेकर बनेंगे।
लद गए दिन चंडालों के।
इन चंडालों की बलि देकर
बनेंगे हम सब चेंजमेकर। राजनीति को स्वच्छ बनाने के लिए कुछ लोग सक्रिय राजनीति मे आना चाहते हैं तो कुछ पीछे रहकर अच्छे कार्य करने वालों का समर्थन करना चाहते हैं। बदलाव के लिए देश में सभी लोग आगे आ रहे हैं। और इस अभियान का असर इतना व्यापक है कि इस पर लिखने के लिए कैदी भी पीछे नहीं रहा और उसने चेंजमेकर को एक प्रेरणादायक रूप मे बताया साथ ही उसने स्लोगन के माध्यम से बताया कि देश को बेचने वाले लोग सावधान हो जाएं और अगर वे ऐसा करते हैं तो उसका विनाश करने चेंजमेकर आ गए हैं और उसका विनाश करके ही वो चेंजमेकर बनेंगे।