जानकारी के अनुसार माध्यमिक शिक्षा मंडल ने 12 वीं व 10 वीं की परीक्षाएं मार्च महीने से आयोजित करने का फरमान जारी करते हुए परीक्षा समय सारिणी जारी की थी। परीक्षा के लिए जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय से परीक्षा केन्द्रों की सूची माध्यमिक शिक्षा मंडल भेजी गई थी। गुरुवार को माशिमं ने बिलासपुर जिले में 131 परीक्षा केन्द्रों में परीक्षा आयोजित करने हरीझंडी दी है।
माशिमं ने जिला शिक्षा अधिकारी को परीक्षा केन्द्रों की सूची भेजी है। इसके साथ ही परीक्षा केन्द्रों में कोरोना संक्रमण काल के तहत नियमानुसार परीक्षार्थियों के बैठने के पर्याप्त जगह होने की पड़ताल करने के निर्देश दिए हैं। परीक्षा के दौरान परीक्षा केन्द्रों में किसी प्रकार की अव्यवस्था न हो इसके लिए जिला शिक्षा अधिकारी को पहले से व्यवस्था दुरूस्त रखने के निर्देश दिए गए हैं।
10वीं में 27021 और 12वीं में 19526 अभ्यार्थी
जिले में कक्षा 10 वीं की परीक्षा के लिए कुल 27021 लोगों ने आवेदन किया है। इसी प्रकार 12 वीं कक्षा की परीक्षा के लिए कुल 19526 परीक्षार्थियों ने आवेदन किया है। इन सभी अभ्यार्थियों के बैठने के लिए परीक्षा केन्द्रों में पर्याप्त जगह होने की जांच शिक्षा विभाग के अधिकारी करेंगे।
जिले में कक्षा 10 वीं की परीक्षा के लिए कुल 27021 लोगों ने आवेदन किया है। इसी प्रकार 12 वीं कक्षा की परीक्षा के लिए कुल 19526 परीक्षार्थियों ने आवेदन किया है। इन सभी अभ्यार्थियों के बैठने के लिए परीक्षा केन्द्रों में पर्याप्त जगह होने की जांच शिक्षा विभाग के अधिकारी करेंगे।
प्रोजेक्ट
फरवरी महीने तक करना होगा जमा माशिमं ने जिला शिक्षा अधिकारी को भेजे गए पत्र में कहा है कि परीक्षाओं के आयोजन से पहले कक्षा 10वीं औश्र 12वीं के विद्यार्थियों को प्रोजेक्ट हर हाल में फरवरी महीने तक जमा होने जरूरी है। परीक्षाएं शुरू होने से पहले प्रायोगित परीक्षाएं भी पूरी करा ली जाएं।
फरवरी महीने तक करना होगा जमा माशिमं ने जिला शिक्षा अधिकारी को भेजे गए पत्र में कहा है कि परीक्षाओं के आयोजन से पहले कक्षा 10वीं औश्र 12वीं के विद्यार्थियों को प्रोजेक्ट हर हाल में फरवरी महीने तक जमा होने जरूरी है। परीक्षाएं शुरू होने से पहले प्रायोगित परीक्षाएं भी पूरी करा ली जाएं।
संक्रमण की रफ्तार रोक सकती है परीक्षाएं
बीते वर्ष राज्य शासन ने कोरोना संक्रमण की बढ़ती रफ्तार को देखते हुए 10वीं व 12वीं कक्षाओं की परीक्षाओं को पहले ऑनलाइन मोड पर आयोजित करने का निर्णय लिया था, लेकिन संक्रमण बढ़ने के बाद 10वीं कक्षा में आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर परीक्षा के परिणाम घोषित किए गए थे।
बीते वर्ष राज्य शासन ने कोरोना संक्रमण की बढ़ती रफ्तार को देखते हुए 10वीं व 12वीं कक्षाओं की परीक्षाओं को पहले ऑनलाइन मोड पर आयोजित करने का निर्णय लिया था, लेकिन संक्रमण बढ़ने के बाद 10वीं कक्षा में आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर परीक्षा के परिणाम घोषित किए गए थे।
वहीं 12वीं कक्षा की परीक्षाएं ऑनलाइन मोड पर आयोजित की गई थीं। इस वर्ष भी संक्रमण लगातार बढऩे के कारण कई यूनिवर्सिटी ने परीक्षाएं स्थगित कर दी हैं। इस वर्ष भी संक्रमण की रफ्तार लगातार बढ़ रही है, जिससे परीक्षाओं के आयोजन पर ग्रहण लग सकता है।