स्थानीय निवासी शैलेश शिवहरे ने अपने अधिवक्ता महेंद्र दुबे के माध्यम से प्रस्तुत याचिका में कहा कि कोरिया जिला को विभाजित कर मनेंद्रगढ़, चिरमिरी, भरतपुर जिला बनाने का निर्णय शासन ने लिया है। अकारण ही नया जिला बनाने का निर्णय लिया गया है, जबकि नियमानुसार नया जिला बनाने का कारण स्पष्ट करना होता है। इसके अलावा कोरिया यहाँ के राजाओं का विरासत स्थल है। यहां मौजूद कोरियागढ़ी पहाड़ ही यहां के लोगों की पहचान है। नए जिलों से कोरिया के आसपास रह रहे हजारों लोगों को बहुत परेशानी होगी। कोरिया सदियों पुराना वनवासी इलाका है। कोरिया पहाड़ के आस पास दशकों से लोग निवास कर रहे हैं। इस जिले की पहचान ही कोरिया पहाड़ से है। अब नए जिले मनेन्द्रगढ़ में इसे शामिल करने से सदियों पुरानी संस्कृति और पहचान भी प्रभावित होगी।.स्थानीय निवासी कहीं और नहीं जाना चाहते।याचिका में यह तथ्य भी रखा गया है कि मूल जिला हमेशा बड़ा होता है। जबकि यहाँ नए जिले को बड़ा आकार दिया जा रहा है जो अनुचित है। चीफ जस्टिस की डिवीजन बेंच ने प्रकरण की अगली सुनवाई 17 जून को निर्धारित की है।
स्थानीय निवासी शैलेश शिवहरे ने अपने अधिवक्ता महेंद्र दुबे के माध्यम से प्रस्तुत याचिका में कहा कि कोरिया जिला को विभाजित कर मनेंद्रगढ़, चिरमिरी, भरतपुर जिला बनाने का निर्णय शासन ने लिया है। अकारण ही नया जिला बनाने का निर्णय लिया गया है, जबकि नियमानुसार नया जिला बनाने का कारण स्पष्ट करना होता है। इसके अलावा कोरिया यहाँ के राजाओं का विरासत स्थल है। यहां मौजूद कोरियागढ़ी पहाड़ ही यहां के लोगों की पहचान है। नए जिलों से कोरिया के आसपास रह रहे हजारों लोगों को बहुत परेशानी होगी। कोरिया सदियों पुराना वनवासी इलाका है। कोरिया पहाड़ के आस पास दशकों से लोग निवास कर रहे हैं। इस जिले की पहचान ही कोरिया पहाड़ से है। अब नए जिले मनेन्द्रगढ़ में इसे शामिल करने से सदियों पुरानी संस्कृति और पहचान भी प्रभावित होगी।.स्थानीय निवासी कहीं और नहीं जाना चाहते।याचिका में यह तथ्य भी रखा गया है कि मूल जिला हमेशा बड़ा होता है। जबकि यहाँ नए जिले को बड़ा आकार दिया जा रहा है जो अनुचित है। चीफ जस्टिस की डिवीजन बेंच ने प्रकरण की अगली सुनवाई 17 जून को निर्धारित की है।