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कुछ दिन पहले आग लगने से मारे गए थे 5 बच्चे, फिर उजागर हुई लापरवाही

locationबिलासपुरPublished: Mar 20, 2019 05:46:37 pm

Submitted by:

Amil Shrivas

फिर लग सकती थी आग

cims fire

कुछ दिन पहले आग लगने से मारे गए थे 5 बच्चे, फिर उजागर हुई लापरवाही

बिलासपुर. सिम्स के एनआईसीयू के बगल में बिजली का पेनल बोर्ड है। 55 दिन बाद फिर से उसी पेनल बोर्ड में शार्ट सर्किट होने के कारण चिंगारी निकलने लगी। सिम्स प्रबंधन ने पिछले दिनों आगजनी की घटना से सबक नहीं लिया है। यहां मशीनों के लिए लगाए गए केबल और ओवर लोड को लेकर जांच के दौरान अनेकों बार सवाल उठे। लेकिन इस मामले में प्रबंधन तक अब तक कोई कार्रवाही नहीं की गई। सिम्स प्रबंधन पर अनेक सवाल खड़े हो रहे हैं।
22 जनवरी को सिम्स के एनआईसीयू के बगल में लगे पैनल बोर्डे में शार्ट सर्किट होने के कारण आग लग गई थी। उस समय यहां 22 बच्चे भर्ती थे, जिसमें से पांच बच्चों की मौत हो गई। इस घटना के बाद सात डॉक्टरों का तबादला कर दिया गया। सिम्स की घटना की जांच करने के लिए अलग अलग टीम बनाई गई। जिसमें लोक निर्माण विभाग, बिजली विभाग, डाक्टरों की टीम ने जांच की और रिपोर्ट सौंपा जिसमें सबसे अहम बात सामने आई कि बिजली के लिए एक भी इलेक्ट्रीशियन नहीं है। इलेक्ट्र्रीशियन के 12 पदों पर भर्ती के लिए शासन को पत्र लिखा गया। पेनल बोर्ड को अस्पताल से बाहर करने की योजना गई।
इसके अलावा ओवर लोड और अमानक केबल की बात सामने आई। घटना के दौरान सिम्स प्रबंधन ने स्वीकार तो किया, लेकिन इसकी जांच आज तक नही कराई। उसी घटिया केबल से अभी बिजली की सप्लाइ्र की जा रही है। इससे ऐसा प्रतीत होता है कि सिम्स प्रबंधन को एक बार फिर किसी बड़ी घटना का इंतजार है। सिम्स में आगजनी की घटना के बाद बिजली का पेनल बोर्ड घटिया तार बदलने सहित अनेक कार्य के लिए लगभग 11 लाख रुपए की इस्टीमेंट बनाकर भेजा गया है लेकिन इसकी स्वीकृति अभी तक नहीं मिल पाई है।
परिजन सकते में आए
सिम्स की पेनल बोर्ड में शार्ट सक्रिट की जानकारी होने के बाद वे सभी लोग सकते में आ गए थे जिनके नवजात यहां के एनआईसीयू में भर्ती हैं। नवजात के परिजन उनको देखने के लिए एनआईसीयू के अंदर घुसने का प्रयास कर रहे थे हंगामा से बचने के लिए प्रबंधन ने दूर से नवजातों को दिखाया।
विद्युत कार्य में सुधार के लिए लगभग 11 लाख रुपए की इस्टीमेंट बनाकर भेजा गया है, लेकिन स्वीकृति नहीं मिल पाई है। इलेक्ट्रीशियन की भी मंाग की गई। वर्तमान में वार्ड ब्वाय इलेक्ट्रीशियन का काम कर रहे हैं। शार्ट सर्किट के कारण हल्की चिंगारी उठी थी।
डॉ. पुनीत भारद्वाज, प्रभारी अस्पताल अधाीक्षक सिम्स
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