बिलासपुर

30 जून से चातुर्मास, मांगलिक कार्यों पर लग जाएगा विराम

मांगलिक कार्य: जून में अब विवाह के लिए 15 मुहूर्त

बिलासपुरJun 03, 2023 / 11:31 pm

yogesh vishwakarma

इस बार दो सावन होंगे, अत: चातुर्मास भी 5 महीने का होगा

बिलासपुर. देवशयनी एकादशी 29 जून को मनाई जाएगी। 30 जून से चातुर्मास की शुरुआत हो जाएगी। इस बार दो सावन का संयोग होने से चातुर्मास चार नहीं 5 महीने का होगा। इस तरह पांच महीने के लिए मांगलिक कार्यों पर विराम लग जाएगा। इस तरह वैवाहिक कार्यों के लिए अब इस माह 15 मुहूर्त की बचे हैं।मांगलिक कार्य समेत मुंडन, नकछेदन, कंछेदन, गृह प्रवेश शुभ मुहूर्त देखकर ही किए जाने की परंपरा है। चातुर्मास में शुभ मुहूर्त न होने से ये शुभ कार्य नहीं किए जाते। ज्योतिषाचार्य पंडित ओंकार प्रसाद अग्रिहोत्री के अनुसार देवशयनी एकादशी से चातुर्मास का प्रारंभ होता है। इस साल देवशयनी एकादशी 29 जून को है। इस दिन से भगवान विष्णु देवोत्थानी एकादशी तक के लिए योग निद्रा में चले जाएंगे। फिर वे देवउठनी एकादशी को योग निद्रा से बाहर आएंगे, तब चातुर्मास का समापन होगा। देवउठनी एकादशी 23 नवंबर को है। इस तरह से चातुर्मास 30 जून से लगेगा और 23 नवंबर को खत्म हो जाएगा।
जून में गृह प्रवेश का एक ही मुहूर्त
जून में विवाह के लिए कई शुभ मुहूर्त हैं। जबकि गृह प्रवेश के लिए सिर्फ एक मुहूर्त है। ज्योतिषाचार्य बद्रीनारायण शर्मा के अनुसार विवाह के लिए 3 से 29 जून तक 15 शुभ मुहूर्त हैं। वहीं गृह प्रवश के लिए 12 जून का दिन अच्छा है। संपत्ति खरीदने के शुभ मुहूर्त 22, 23 और 29 जून को हैं। वाहन खरीदने के शुभ मुहूर्त 8, 9, 12, 21, 26, 28 और 29 जून को हैं। मुंडन संस्कार के लिए 8 जून, उपनयन संस्कार के लिए 5 और 8 जून तथा नामकरण संस्कार के लिए 8 12, 14 और 21 जून को शुभ मुहूर्त हैं।
इस बार दो-दो सावन…
पं. जानकी शरण मिश्र के अनुसार इस बार श्रावण पुरुषोत्तम मास होने के चलते से दो माह तक है। इसलिए चातुर्मास की अवधि 5 माह होगी। इस दौरान सभी मांगलिक कार्य बंद रहेंगे।
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