थियेटरों की कमी से प्रतिभाओं का हो रहा हनन:
प्रोड्यूसर ने कहा कि छत्तीसगढ़ के कलाकारों एक प्रमुख मंच देने और क्षेत्रीय प्रतिभा को निखारने के लिए हमने कई फिल्में बनाईं। अनेकों फिल्में चली नहीं और घाटा भी उठाया लेकिन मैने कभी हार नहीं मानी। कलाकारों को मौका दिया, ताकि वे अपना हुनर दिखा सकें। देखा जाता है कि क्षेत्र में थियेटरों की कमी के कारण छत्तीसगढ़ी फिल्में थोड़े दिनों बाद टॉकीज से उतार दी जाती हैं, जिससे फिल्मकारों को ज्यादा फायदा नहीं होता। सरकार इस दिशा में सकारात्मक कदम उठाए तो और अधिक फिल्में बनेंगी और कलाकारों को मंच मिलेगा।
प्रोड्यूसर ने कहा कि छत्तीसगढ़ के कलाकारों एक प्रमुख मंच देने और क्षेत्रीय प्रतिभा को निखारने के लिए हमने कई फिल्में बनाईं। अनेकों फिल्में चली नहीं और घाटा भी उठाया लेकिन मैने कभी हार नहीं मानी। कलाकारों को मौका दिया, ताकि वे अपना हुनर दिखा सकें। देखा जाता है कि क्षेत्र में थियेटरों की कमी के कारण छत्तीसगढ़ी फिल्में थोड़े दिनों बाद टॉकीज से उतार दी जाती हैं, जिससे फिल्मकारों को ज्यादा फायदा नहीं होता। सरकार इस दिशा में सकारात्मक कदम उठाए तो और अधिक फिल्में बनेंगी और कलाकारों को मंच मिलेगा।