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निर्वाचन के इतिहास में राज्य में यह पहला मौका जब रिजल्ट आने से पहले ही हो गई पार्षद प्रत्याशी की मौत

locationबिलासपुरPublished: Dec 23, 2019 09:15:59 pm

Submitted by:

GANESH VISHWAKARMA

Chhattisgarh civic polls: स्थानीय निर्वाचन के इतिहास में राज्य में यह पहला मौका है, जब राज्य निर्वाचन आयोग को पार्षद चुनाव में नई कंडिका बनानी पड़ेगी

सुपुर्द ए खाक हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शेख गफ्फार, अंतिम यात्रा में उमड़ा जन सैलाब

सुपुर्द ए खाक हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शेख गफ्फार, अंतिम यात्रा में उमड़ा जन सैलाब

बिलासपुर . स्थानीय निर्वाचन के इतिहास में राज्य में यह पहला मौका है, जब राज्य निर्वाचन आयोग को पार्षद चुनाव में नई कंडिका बनानी पडेग़ी। मतदान होने और चुनाव परिणाम आने के बीच में किसी प्रत्याशी का निधन हो जाने पर अगर संबंधित व्यक्ति चुनाव में विजयीं हो जाता है। तब निर्वाचित होने की आधिकारिक घोषणा होगी या नहीं इस पर राज्य निर्वाचन आयोग की मार्गदर्शिका में ऐसी परिस्थितियों के लिए कोई कंडिका का उल्लेख नहीं है। इसलिए अब राज्य निर्वाचन आयोग को नई कंडिका बनानी पडेग़ी।
यह परिस्थिति कांगे्रस के पार्षद प्रत्याशी शेख गफ्फार के निधन होने की वजह से उत्पन्न हुई है। गफ्फार का सोमवार को तडक़े चार बजे अपोलो हॉस्पिटल में देहावसान हो गया। गफ्फार वार्ड क्रमांक 29 संजय गांधी नगर से कांगे्रस के अधिकृत प्रत्याशी रहे। 19 दिसंबर को चुनाव प्रचार के दौरान उनको हदृयद्यात आने पर अपोलो हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था।
राज्य निर्वाचन आयोग के मार्गदर्शिका के अनुसार कांगे्रस प्रत्याशी के मतदान व मतगणना के पूर्व निधन हुआ है। इसलिए 24 दिसंबर को नगर निगम के मतगणना के दौरान उनके वार्डों के मतों की गिनती होगी। इसमें कांगे्रस प्रत्याशी को हर चक्र में कितने मत मिलें। कुल प्राप्त मतों की संख्या और आखिरी में उस वार्ड से प्रत्याशियों के कुल मतों की संख्या की आधिकारिक तौर पर घोषणा की जाएगी।

मृत व्यक्ति के विजयीं होने की घोषणा निर्वाचित प्रमाण देने कोई स्पष्ट नीति नहीं
राज्य निर्वाचन आयोग के मार्गदर्शिका में अगर किसी व्यक्ति के मतगणना से पहले निधन होने और मतगणना पर उसके विजयीं होने पर आधिकारिक तौर पर निर्वाचित होने की घोषणा व निर्वाचन प्रमाण पत्र देने पर कोई नीति नहीं है। इसलिए जिला निर्वाचन अधिकारी कार्यालय ने राज्य निर्वाचन आयोग से मार्गदर्शन मांगा है। रात तक आयोग से इस संबंध में कोई मार्गदर्शन नहीं आया।

कांगे्रस प्रत्याशी के ही जितने की संभावना
राजनीतिक क्षेत्रों में चर्चा है कि नगर निगम के इस वार्ड से कांगे्रस प्रत्याशी के ही जितने की संभावना अधिक जताई गई है। इस वार्ड से नगरीय निकाय चुनाव के इतिहास में कांगे्रस अब तक के हुए चुनावों में कभी भी पराजित नहीं हुई है। ऐसा माना जा रहा है कि इस बार भी वार्ड क्रमांक 29 संजय गांधी नगर वार्ड से चुनाव में कांगे्रस ही विजयीं हासिल करेंगी। ऐसा राजनीतिक विश्लेषक मानकर चल रहे है।

मार्गदर्शन का इंतजार
संजय गांधी नगर वार्ड के कांगे्रस प्रत्याशी के निधन के बावजूद उनके मतों की गिनती होगी। किसे कितने मत मिले । इसकी घोषणा की जाएगी। अगर जिस प्रत्याशी का निधन हुआ है,वे ही चुनाव में विजयीं होते है तब उनके आधिकारिक घोषणा व विजयीं प्रमाण पत्र देने के संबंध में राज्य निर्वाचन आयोग से मार्गदर्शन मांगा गया है।
अमित गुप्ता, उपजिला निर्वाचन अधिकारी,बिलासपुर
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