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खुली बहस करने के लिए बर्खास्त आरक्षक ने एसपी को भेजा पत्र, कह दी ये बड़ी बात !

locationबिलासपुरPublished: Oct 14, 2019 01:50:00 pm

Submitted by:

Saurabh Tiwari

जनता और खुद पर हुई एफआईआर विषय को लेकर (Chhattisgarh Police)
गृह मंत्री से बर्खास्त आरक्षक ने मांगी सुरक्षा, मंत्रालय ने आईजी को दिए मामले में नियमानुसार कार्रवाई के निर्देश

बिलासपुर. जांजगीर-चांपा जिले के बर्खास्त आरक्षक ने खुद पर और जनता दर्ज एफआईआर का हवाला देते हुए बलौदा बाजार एसपी नीतू कमल को 4 बिन्दुओं पर खुली बहस के लिए पत्र भेजा है। बर्खास्त आरक्षक ने खुद की जान को खतरा होने का हवाला देते हुए गृहमंत्री से सुरक्षा की मांग की है। गृहमंत्रालय से आईजी बिलासपुर को बर्खास्त आरक्षक के मामले में नियमानुसार कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। (Chhattisgarh Police)
जांजगीर-चांपा जिले के खोरखराभाठा निवासी व बर्खास्त आरक्षक पुष्पराज सिंह ने पुलिस व्यवस्था का हवाला देते हुए बहस के जरिए जनता तक वास्तविक संदेश देने की बात कही है। पुष्पराज ने 4 बिन्दुओं पर एसपी से बहस की बात कही है, जिसमें एसपी नीतू कमल से पुलिस विभाग में ज्वाइनिंग के बाद से अब तक पुलिस जवानों के खिलाफ की गई दंडात्मक कार्रवाई और पुलिस व जनता के विरुद्ध कराए गए सभी एफआईआर के संबंध में चर्चा करने को कहा है। पुष्पराज ने एसपी कमल और उनके परिजनों के नाम पर चल और अचल संपत्ति के संबंध में चर्चा करने की इच्छा जाहिर की है व झूठे एफआईआर पर बहस की बात कही है।
खुद पर हुई एफआईआर पर चर्चा की मांग
पुष्पराज सिंह ने चौथे बिन्दु में खुद पर हुए एफआईआर पर चर्चा करने की मांग की है जिसमें उसने बताया है कि मई 2018 में वह अस्वस्थ्य थे। उन्होंने ट्रैफिक मुख्यालय से अस्वस्थ्य होने की जानकारी डाक से पुलिस अधीक्षक कार्यालय भेजा था, जिसमें डॉक्टर द्वारा लिखे गए बेड रेस्ट की भी जानकारी दी गई थी। चिकित्सा अवकाश पर होने के बाद भी पुलिस कर्मी ने उन्हें फोन पर यह जानकारी दी कि वे उनके गृहग्राम मुंगेली आए हैं। विभागीय नोटिस तामिल करना है। इसके बाद से उनके परिवार के सदस्यों और मित्रों को पुलिस ने परेशान करना शुरू कर दिया। परिजनों और मित्रों को थानों में कई घंटों तक बैठाकर मानसिक प्रताडऩा देने के साथ-साथ झूठे मामलों में फंसाने की धमकी दी गई। पुलिस परिवार आंदोलन के दौरान पकडऩे के लिए राष्ट्रीय स्तर पर अभियान चलाया गया था।
नियमानुसार कार्रवाई के दिए गए हैं निर्देश
पुष्पराज सिंह ने 17 सितंबर को प्रदेश के गृहमंत्री को पत्र भेजकर खुद पर हमला होने की आशंका व्यक्त की है। उन्होंने गृहमंत्री से सुरक्षा की मांग की है। गृहमंत्रालय ने 4 अक्टूबर को बिलासपुर आईजी को आदेश जारी कर पुष्पराज सिंह के मामले का परीक्षण कर नियमानुसार कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। वहीं पत्र के बाद मामला लोगों की जुबान आ गया है।
25 अक्टूबर तक का दिया समय
पुष्पराज सिंह ने एसपी नीतू कमल को भेजे गए पत्र में खुली बहस के लिए सार्वजनिक मंच, मीडिया, प्रेस क्लब या टीवी चैनल के माध्यम से बहस करने की मांग की है। साथ ही पत्र के जवाब के लिए पुष्पराज सिंह ने 25 अक्टूबर तक का समय दिया है।
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