scriptकोरोना वायरस का असर: 120 की जगह 20 रुपए किलो में बिक रहा मुर्गा, लाऊड स्पीकर लगाकर बेचा जा रहा चिकिन | chicken price: Number of chicken eaters decreased by 75 percent | Patrika News

कोरोना वायरस का असर: 120 की जगह 20 रुपए किलो में बिक रहा मुर्गा, लाऊड स्पीकर लगाकर बेचा जा रहा चिकिन

locationबिलासपुरPublished: Mar 09, 2020 04:14:51 pm

Submitted by:

Murari Soni

chicken price: अंडे-चिकन खाने वालों की संख्या 75 प्रतिशत घटी, दाम 4 गुना गिरे

कोरोना वायरस का असर: 120 की जगह 20 रुपए किलो में बिक रहा मुर्गा, लाऊड स्पीकर लगाकर बेचा जा रहा चिकिन

कोरोना वायरस का असर: 120 की जगह 20 रुपए किलो में बिक रहा मुर्गा, लाऊड स्पीकर लगाकर बेचा जा रहा चिकिन

बिलासपुर। कोरोना वायरस अंडे और चिकन खाने से हो सकता है। यह खबर सोशल मीडिया के माध्यम से फैलने के कारण शहर में पिछले दो महीने में अंडे और चिकन की खपत 75 फीसदी तक घट गई है। हालांकि डॉक्टरों ने इस खबर को सिर्फ अफवाह करार दिया है। बावजूद इसके मांग घटने की वजह से अंडे और चिकन के रेट थोक बाजार में चार गुना तक गिर गए हैं। जिसके चलते होली त्यौहार होने के बावजूद शहर के कई दूकानों में मुर्गे का मीट 15 से 20 रुपए किलों में बेचा जा रहा है। कोरोना वायरस के कारण पोल्ट्री फॉर्म संचालकों भारी नुकसान हुआ है।
कोरोना वायरस के डर से ट्रेनों में शाकाहारी खाने की मांग बनी है। हावड़ा -मुंबई राजधानी एक्सप्रेस और शताब्दी एक्सप्रेस के खाने में मांसाहारी भोजन की मांग 80 फीसदी तक घट गई है। कैटरिग से जुड़े अफसरों ने बताया कि शताब्दी एक्सप्रेस में जनवरी में प्रतिदिन औसतन 300 से अधिक यात्री मांसाहारी भोजन की बुकिग करा रहे थे। लेकिन अब ऐसे यात्रियों की संख्या 20 फीसदी रह गई है। उधर, स्टेशन के रेस्टोरेंट में अंडा करी और चिकन की खपत भी कम हुई है। इसके साथ ही जिले के हाइवे और आउटर में कई ढा़बोंं का भी संचालन किया जाता है जहां ट्रक ड्राइवर और शहर के युवा बड़ी संख्या में चिकन करी, मटन करी, चिकन चिल्ली, चिकन हांड़ी बिरयानी, शीक कबाब खाने पहुंचते है लेकिन कोरोना वायरस के सक्रिय होने और मांसाहार से फैलने की खबर सुनते ही यहां लोगो का आना जाना कम हो गया है यहां चिकन , मटन की डिमांड घट गई।
कोरोना वायरस: मांसाहार से फैलने की अफवाह
एग इंडस्ट्री के जानकारों ने बताया कि क्षेत्र में प्रति माह 10 लाख चिकन की बिक्री होती थी। इसी तरह 2 लाख अंडे प्रतिदिन बिकते थे, लेकिन अब यह बिक्री 75 प्रतिशत तक घट गई है। बीते एक माह में अंचल में चिकन की बिक्री घटकर मात्र ढाई लाख चिकन की रह गई है। वहीं अंडों की बिक्री एक माह में घटकर 1 लाख प्रतिदिन हो गई है। इसका कारण यही है कि शोसल मीडिया में कोरोना वायरस मांसाहार से फैलता है जब से यह अफवह उड़ी है तब से लोगों ने मांसाहार से तैबा कर लिया है।
रेट पर असर… 120 रु. के जगह 20 रुपए में बिक रहा मुर्गा
थोक मार्केट में जनवरी 2020 में अंडे 4 रुपए 25 पैसे प्रति नग , चिकन 70 से 80 रुपए किलो में बिक रहा था। फरवरी में मांसाहार से कोरोना वायरस फैलने की खबरों से बिक्री घटना शुरू हो गई। अभी थोक मार्केट में अंडे का रेट 3 रुपए प्रति नग रह गया है। वहीं चिकन का रेट 15 से 30 रु. किलो तक आ गया है। कई जगह तो चिकन सेंटर वाले माइक और लाउड़स्पीकर का प्रयोग कर चिकन को 50 का दो और 15 से 20 रु . किलों चिल्ला-चिल्ला कर बेच रहें है।
कारोबारी व डॉक्टर बोले- मांसाहार से वायरस नहीं फैलता
एग इंडस्ट्री से जुड़े कारोबारियों का कहना है कि चिकन मटन खाने से कोरोना वायरस नहीं फैलाता कुछ दिनों पहले ही बर्ड फ्लू की खबर भी फैली थी जो केवल पक्षी प्रजाती के होते थे ऐसे में भी चिकन के रेट गिरे थे लेकिन बाद में पता चला कि राज्य में इसका असर ही नहीं हुआ वहीं डॉक्टरों की माने तो समान्यता मांसाहार चिकन मटन से वायरस नहीं फैलता लेकिन फिर भी सतर्कता जरुरी है इसलिए चिकन मटन को बनाने से पहले अच्छे से गर्म कर उबल ले और कच्चा मांस न खाए।
कोरोना का वायरस हमारे यहां नहीं फैला है लेकिन लोगों को नॉन वेज से दूर रहने की जररुत है। संक्रमण न फैले इसके लिए सावधानी जरुरी है।
डॉ. प्रमोद महाजन सीएमएचओ

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