41 खदान हैं प्रदेश में
छत्तीसगढ़ की 41 खदानों से कोल इंडिया की कंपनी एसईसीएल कोयला निकालती है। यह देश से निकलने वाले कोयले का 20 फीसदी है। 150 लाख मीट्रिक टन कोयले का सालाना उत्पादन होता है। कोरबा जिले की ही खदानों से एसईसीएल 130 लाख मीट्रिक टन कोयला निकालती है। कोल इंडिया के चेयरमैन प्रमोद अग्रवाल ने मीडिया से बात नहीं की।
इस समय तो 1.1 मिलियन टन की है जरूरत
इस समय देश में डिमांड बढ़ गई है और बारिश के कारण खदानों से कोयला निकालने में परेशानी हो रही थी, इसलिए ऐसी स्थिति थी, लेकिन अब हालात पूरी तरह नियंत्रण में हैं। उन्होंने कहा कि इस समय बिजली कंपनियों की डिमांड 1.1 मिलियन टन है, लेकिन हमने आज की तारीख में ही 2 मिलियन टन का प्रोडक्शन करने लगे हैं। केंद्रीय कोयला मंत्री प्रहलाद जोशी साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड एसईसीएल के मेगा प्रोजेक्ट दीपका, गेवरा व कुसमुंडा खदान का दौरा के लिए निकल गए।
नहीं मिला हेलीकॉटर
केंद्रीय मंत्री को हेलीकाप्टर से बिलासपुर से कोरबा जाना था लेकिन उनको हेलीकाप्टर नहीं मिल पाया। इसलिए उनको सड़क के रास्ते से कोरबा जाना पड़ा। जिसके कारण उनका शेड्यूल दो ढ़ाई घंटा लेट हो गया। बताया जाता है हेलीकाप्टर से आते तो 3 बजे बिलासपुर से रांची लौट जाते।