एनटीपीसी सीपत में 380 भू-विस्थापितों को दी नौकरी, जल्द रोजगार उपलब्ध कराने का दिया आदेश
एनटीपीसी सीपत के भू-विस्थापितों ने कलेक्टर से लगाईं गुहार तो चमकी किस्मत , बैठक में तुरंत कर दिया इन्साफ
बिलासपुर. एनटीपीसी सीपत (NTPC sipat) में 692 भू-विस्थापितों में से 380 लोगों को नौकरी दी गई है। यह जानकारी गुरुवार को एनटीपीसी प्रबंधन ने दी । जिला प्रशासन, एनटीपीसी प्रबंधन एवं भू विस्थापितों की संयुक्त बैठक गुरुवार को मंथन सभाकक्ष में हुई ।
READ MORE – टीसी देने के लिए प्रिंसिपल ने निर्धारित किया रकम, पालक महिलाओं ने पूछा तो कहा डीईओ का आदेश है और फेक दिया कैंपस से बाहर कलेक्टर डॉ संजय अलंग की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई । यह बैठक एनटीपीसी सीपत के भूविस्थापितों की समस्याओं के निराकरण के लिए आयोजित की गई थी। बैठक में कलेक्टर ने एनटीपीसी के अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रभावित गांव के स्थानीय नागरिकों को प्राथमिकता के आधार पर रोजगार उपलब्ध कराएं। जो भी रिक्तियां है, उसमें स्थानीय बेरोजगार युवकों को नियमानुसार नौकरी दें। एनटीपीसी के अधिकारियों ने बताया कि भूविस्थापितों में 692 लोगों में से 380 लोगों को नौकरी उपलब्ध कराई जा चुकी है (collector provides job to people)। कलेक्टर डॉ. अलंग ने धीमी नियुक्ति प्रक्रिया पर अप्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही नियमानुसार बाकी लोगों को भी नौकरी उपलब्ध कराएं।
NTPC C during meeting” src=”https://new-img.patrika.com/upload/2019/07/04/bhu_visthapit_4794368-m.jpg”>उन्होंने कहा कि सीएसआर के तहत प्रभावित इलाकों के तालाबों को रिचार्ज करें। प्रभावित गांवों के स्कूलों में फर्नीचर प्रदान करें। गार्डन बनवाएं। अतिथि शिक्षक भी उपलब्ध कराएं। डॉ अलंग ने कहा कि प्रभावित इलाकों में सघन पौध रोपण भी करें। उन्होंने प्रभावित गांवों में नालियां बनाने के भी निर्देश दिए। कलेक्टर ने पर्यावरण विभाग के अधिकारियों को राखड़ डेम के प्रदूषण स्तर के जांच के भी निर्देश दिए। बैठक में मस्तूरी विधायक डॉ. कृष्णमूर्ति बांधी, मस्तूरी जनपद पंचायत की अध्यक्ष चांदनी भारद्वाज, जिला पंचायत सीईओ रितेश कुमार अग्रवाल एनटीपीसी के अधिकारी एवं प्रभावित गांवों के ग्रामीण उपस्थित रहे।