उन्होंने कहा कि मनुष्य को सभी से शुद्ध विचारों के साथ बातचीत करना है क्रोधित नहीं होना है। प्रवज्या संस्कार एवं श्रामणेर शिविर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि – पूज्य भदन्त आनंद महाथेरो अखिल भारतीय भिक्खू महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष (दिल्ली ),मुख्य प्रशिक्षक – भदंत बुध्दघोष बोधी प्रदेश अध्यक्ष, बी एस 4(छ.ग.) को आयोजन समिति द्वारा स्मृति चिन्ह भेंट किया गया।
60 तरुण भंतों का हुआ प्रवज्या संस्कार – मुख्य प्रशिक्षक – भदंत बुध्दघोष बोधी प्रदेश अध्यक्ष,बी एस 4(छ.ग.) के सानिध्य में 60 तरुण भंतं का प्रवज्या संस्कार हुआ। शिविर में तथागत सम्यक संबुद्ध द्वारा दी हुई साधना तथा धम्म एवं बोधिसत्व बाबासाहब आम्बेडकर के मिशन के बारे में भंते जी द्वारा मार्गदर्शन प्रदान किया गया। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के तौर पर सारंग राव हुमने, हरीश वाहने, नरेंद्र रामटेके, संतोष बौद्ध, अशोक ठाकरे, पंकज टेंभूर्णिकर, राजेश हुमने, विनोद कोशले, प्रफुल्ल गेडाम, शीतल रामटेके , नितेश अंबादे , क्रांति साहू, श्याममूरत कौशिक, सुदामा मेश्राम, सुदाम बौद्ध, मनोज बौद्ध विनोद उके, जितेंद्र खोबरागड़े, डॉ मयंक मेश्राम, देवेन्द्र मोटघरे, कैलाश गजभिए, राजेश रामटेके आदि उपस्थित थे।