वर्ष 2020 में कोरोना काल के कारण मार्च 2020 से पूरे देश में लॉक डाउन किया गया। इसके बाद अनलॉक धीरे-धीरे शुरू हुआ, लेकिन इसका प्रभाव कम होने के बजाए और बढ़ता गया। संक्रमण के कारण हो रही मौतों और लोगों को संक्रमण से बचाने के लिए कई धार्मिक और राजनीतिक आयोजनों पर भी ग्रहण लगा।
गणेश उत्सव, कृष्ण जन्माष्ठमी, नवरात्रि, दुर्गा उत्सवों के आयोजन करने वाली समितियों भी कोविड-19 के संक्रमण के मद्देनजर आयोजन करने से इनकार कर दिया है। अब कोरोना के कारण पहली बार शहर में दशहरा उत्सव में होने वाले दो रावण दहन आयोजन भी नहीं होंगे। इसमें सबसे पुराना रावण दहन कार्यक्रम रेलवे नार्थ इंस्टीट्यूट मैदान में पिछले ७० सालों से होता आ रहा है।
यहां इस साल रावण दहन कार्याक्रम को कोरोना के कारण स्थगित कर दिया गया है। रेलवे मैदान में होने वाले रावण दहन आयोजन को देखने लालखदान, मस्तूरी,महमंद, रेलवे परिक्षेत्र, सिरगिट्टी, बसिया, कोरमी,नगपुरा समेत करीब आसपास के 80 से अधिक ग्राम पंचायतों से लोग आते थे, लेकिन आयोजन पर ग्रहण से इस बार लोग यहां एकजुट नहीं होंगे।
इसीप्रकार नगर निगम में पूर्व महापौर राजेश पांडेय के कार्यक्रम के दौरान सन 1997 से रावण दहन का आयोजन स्थानीय पुलिस मैदान में होता आ रहा है। इस वर्ष नगर निगम ने कोरोना संक्रमण के मद्देनजर रावण दहन आयोजन को स्थगित कर दिया है।