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कोरोना का संक्रमण खत्म होने तक समारोह स्थगित करने का निर्देश

locationबिलासपुरPublished: Mar 08, 2020 12:55:55 pm

Submitted by:

Murari Soni

corona virus effect hindi: कोरोना वायरस का भले ही प्रदेश में कोई पॉजेटिव मरीज नहीं मिला हो, लेकिन राज्य सरकार अपने स्तर से सावधानी बरतने में कोई कोताही नहीं बरतना चाह रही है।

Coronavirus outbreak live updates: देश में 28,529 कोरोना वायरस संदिग्ध लोगों की निगरानी की जा रही

Coronavirus outbreak live updates

बिलासपुर. कोरोना वायरस का भले ही प्रदेश में कोई पॉजेटिव मरीज नहीं मिला हो, लेकिन राज्य सरकार अपने स्तर से सावधानी बरतने में कोई कोताही नहीं बरतना चाह रही है।कोरोना वायरस के संबंध में केन्द्र सरकार द्वारा जारी की गई एडवाइजरी के चलते मुख्यमंत्री भूपेश बघेल होली मिलन के किसी भी कार्यक्रम में शामिल नही होंगे। गौरतलब है कि कोरोना वायरस को लेकर केन्द्र सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा राज्य सरकारों को एडवाइजरी भेजी गई है जिसमें लोगों से भीड़ भीड़ वाले इलाके और सार्वजनिक सभाओं से दूर रहने की अपील की गई है। इधर स्वास्थ्य विभाग ने पत्र जारी कर सभी एसीएस, प्रमुख सचिव, सचिव व कलेक्टरों को ऐहितियात बरतने के निर्देश जारी किये हैं। राज्य सरकार की तरफ से जारी पत्र में स्कूलों के लिए खास गाइडलाइन जारी किया गया है, जिसके तहत स्कूलों में भी खास सावधानी के निर्देश दिये हैं। 5 मार्च को केंद्र सरकार से मिले पत्र के आधार पर राज्य सरकार ने जन समारोह को भी रद्द करने के निर्देश दिये हैं। पत्र में कहा गया है कि जहां तक संभव हो ऐसे कोई भी कार्यक्रम जहां कई लोग एकत्रित हों, वहां जन समारोह को स्थगित कर दिया जाये और उसका आयोजन कोरोना वायरस के संक्रमण को खत्म होने के बाद किया जाये।
…मुॢगयों के बाद मटन और मछली में भी हो सकता है असर …

कोरोना के डर का प्रतिकूल असर पोल्ट्री व्यवसाय पर भी पड़ा है। आलम ये कि अब चिकन नहीं बिक पा रहा है। डाक्टरों का ऐसा मानना है इसका असर मटन और मछली में भी पड़ सकता है। इस समय मांस मछली से दूर रहने की सलाह दिया जा रहा है। वहीं पोल्ट्री फार्म वाले मुर्गियों को शहर के दूर दराज गावों में फेकना शुरु कर दिए हैं। शनिवार को एक डम्पर में लगभग 500 मुर्गियों को पटैता के जंगल में छोड़ दिया। वहीं सीएमएचओ ने भी मांस मटन के सेवन से दूर रहने की सलाह दी है।
यहां लोगों ने कोरोना के डर से ब्रायलर चिकन से मुंह मोड़ लिया है। जिससे पाल्ट्री व्यवसायियों व मुर्गी पालने वाले किसानों को खासा नुकसान हुआ है। पोल्ट्री फार्म के संचालक अब मुर्गियों को जंगल या फिर शहर के बाहरी इलाका में फेंकना शुरु कर दिए हैं। अब तक लोग मटन और मछली में कोरोना का प्रकोप नहीं है समझकर खा रहे थे लेकिन डाक्टर इस बात का गारंटी नहीं दे रहे हैं मटन और मछली में कोरोना का प्रकोप नहीं हो सकता है। डाक्टरों का कहना है कि इस बारे में हम स्पष्ट रुप से कुछ भी नहीं कह सकते हैं लेकिन लोगों को सावधानी बरतने की आवश्कता है। दस मार्च को होली का त्यौहार है इस दिन मांस मटन की बिक्री अधिक रहती है। मुर्गियों का मार्केट की हालत बेहद खराब है अब मटन और मछली पर भी असर पडऩे लगा है।
लोग नानवेज न खांए तो ज्यादा बेहतर होगा, लोगों को सावधानी बरतने की आवश्यकता है। स्वास्थ्य विभाग हर वर्ग के लोगों को एतिहात बरतने की अपली है।

डॉ. प्रमोद महाजन, सीएमएचओ

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