एनएचएम मिशन निदेशक द्बारा सीएमएचओ डॉ. प्रमोद महाजन को इसके निर्देश दिए गए है। जिसमें आईसीएमआर की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा गया है कि कोविड टीकाकरण से गर्भवती महिला को संभावित जोखिम के सापेक्ष टीकाकरण से ज्यादा लाभ है। सीएमएचओ डॉ. महाजन ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग इसकी तैयारियों में जुटा है। जल्द ही गर्भवती महिलाओं का भी कोरोना टीकाकरण शुरू कर दिया जाएगा। साथ ही गर्भवती महिलाओं के लिए अलग से टीकाकरण शिविर भी आयोजित किए जाएंगे।
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गर्भवती महिलाएं भी जरूर लगंवाएं वैक्सीन
जिला टीकाकरण अधिकारी डा. मनोज सेमुअल ने कहा कि गर्भवती महिलाओं के कोरोना संक्रमित होने के बाद शुरुआत में संक्रमण के लक्षण हल्के होंगे, लेकिन फिर तेजी से उनका स्वास्थ्य बिगड़ सकता है और इससे उनके पेट में पल रहा बच्चे का स्वास्थ्य भी प्रभावित हो सकता है। इसीलिए यह महत्वपूर्ण है कि वे खुद को कोविड-19 से बचाने के लिए सभी तरह की सावधानी बरतें और टीका जरूर लगवा लें।
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35 साल से अधिक गर्भवती महिलाओं को खतरा ज्यादा
डॉक्टरों के मुताबिक जिन गर्भवती महिलाओं की उम्र 35 साल से अधिक है, जिनका वजन भी अधिक है और जिन्हें डायबिटीज या हाई बल्ड प्रेशर की समस्या है, उन्हें कोरोना संक्रमण का खतरा अधिक है। अगर महिला गर्भावस्था के दौरान कोरोना की चपेट में आकर उससे उबर चुकी है तो वह टीके के लिए थोड़ा इंतजार कर सकती है, लेकिन डिलीवरी के तुरंत बाद उसे वैक्सीन लगवा लेनी चाहिए।