गौरेला पुलिस के अनुसार ग्राम नेवसा देवराजपारा निवासी जुगरी बाई गृहणी थीं। उनका बेटा अमर सिंह मसराम (30) 21 नवंबर की रात करीब 8 बजे गांव में स्थित अमोल सिंह पोर्ते की दुकान गया था। दुकान में पहले से खड़े फुफेरे भाई बिहारी सिंह गोड़ से संपत्ति बंटवारे के पुराने विवाद में बहस हुई। दोनों के बीच दुकान में विवाद हुआ। करीब आधे घंटे के बाद बिहारी से अमर सिंह का विवाद होने की जानकारी होने पर जुगरी बाई बिहारी को समझाने दुकान के पास गई।
बिहारी को उसने समझाइश दी। इसी बीच बिहारी गुस्से में आकर जुगरी बाई की पिटाई कर दी। दुकानदार अमोल सिंह व बसंत ने बीच बचाव किया। जुगरी बाई को दुकान के पास चबूतरे में बैठाया। कुछ देर के बाद जुगरी बाई घर चली गई। दूसरे दिन 22 नवंबर को शाम 4 बजे जुगरी बाई की घर में मौत हो गई। अमर सिंह ने घटना की सूचना पुलिस को दी।
पुलिस ने जुगरी बाई का पोस्टमार्टम कराया। शार्ट पोस्टमार्टम रिपोर्ट में डॉक्टर ने जुगरी बाई की पिटाई होने के कारण अंदरूनी चोट लगने और सिर पर वार करने से सिर की हड्टी टूटने से मौत होने की पुष्टि की। शनिवार की रात पुलिस ने मामले में बिहारी सिंह के खिलाफ धारा 302 के तहत अपराध दर्ज किया। पुलिस आरोपी की तलाश कर रही है।