कोलड्रिंक्स से बचें, घर में बनाएं पेय पदार्थ:
डॉक्टरों की माने तो इस सीजन में खानपान को लेकर बेहद सजग रहने की आवश्यकता है। तले-भुने खाने से परहेज करें, चटपटा और बाहर के खाने से बचें। कोलड्रिंग्स व गन्ने का रस व लस्सी भी नुकसानदेय हो सकती है। जहां तक हो घर में बनी सामग्री का इस्तेमाल करें और दिन में 5 से 6 लीटर पानी वयस्क पिएं। बच्चों को हर घंटे पानी पिलाते रहें। ऐसे में आवश्यकता है कि लोग घर से निकलते समय आंखों में गोगल लगाकर निकलें, सिर पर सफेद गमछा और पानी पीकर ही बाहर जाएं।
डॉक्टरों की माने तो इस सीजन में खानपान को लेकर बेहद सजग रहने की आवश्यकता है। तले-भुने खाने से परहेज करें, चटपटा और बाहर के खाने से बचें। कोलड्रिंग्स व गन्ने का रस व लस्सी भी नुकसानदेय हो सकती है। जहां तक हो घर में बनी सामग्री का इस्तेमाल करें और दिन में 5 से 6 लीटर पानी वयस्क पिएं। बच्चों को हर घंटे पानी पिलाते रहें। ऐसे में आवश्यकता है कि लोग घर से निकलते समय आंखों में गोगल लगाकर निकलें, सिर पर सफेद गमछा और पानी पीकर ही बाहर जाएं।
ये धूप धडकऩें न कर दे इनवेलेंस
भीषण गर्मी में हीट स्ट्रोक होने की संभावना बनी रहती है। हीट स्ट्रोक से शरीर का तापमान बढ़ जाता है और डी हाइड्रेशन हो जाता है। हीट स्ट्रोक के कारण इलेक्ट्रोलाइ इन बेलेंस हो जाता है जो हार्ट पर इफैक्ट करता है। इससे धडकऩे भी बेलेंस में नहीं रहती हैं। डॉक्टर लखन सिंह की माने तो गर्मी में लोग बेहद सजग रहें। जहां तक हो सके धूप में घर से न निकलें। यदि निकलना है तो धूप से बचने के उपाय कर लें और खूब पानी पिएं। पानी पीकर घर से निकलें, खानेपीने में सावधानी बरतें।
भीषण गर्मी में हीट स्ट्रोक होने की संभावना बनी रहती है। हीट स्ट्रोक से शरीर का तापमान बढ़ जाता है और डी हाइड्रेशन हो जाता है। हीट स्ट्रोक के कारण इलेक्ट्रोलाइ इन बेलेंस हो जाता है जो हार्ट पर इफैक्ट करता है। इससे धडकऩे भी बेलेंस में नहीं रहती हैं। डॉक्टर लखन सिंह की माने तो गर्मी में लोग बेहद सजग रहें। जहां तक हो सके धूप में घर से न निकलें। यदि निकलना है तो धूप से बचने के उपाय कर लें और खूब पानी पिएं। पानी पीकर घर से निकलें, खानेपीने में सावधानी बरतें।
45 डिग्री पारा में ये 5 बीमारियां मुश्किल में डाल सकतीं हैं:
1. हीट स्ट्रोक के कारण इलेक्ट्रोलाइ इन बेलेंस हो जाता है जो हार्ट पर इफैक्ट करता है। इससे धडकऩे भी बेलेंस में नहीं रहती हैं।
2. आंखों में जलन और लालिमा हो सकती है। समय पर ठीक नहीं हुई तो पुतलियों को प्रभावित करती है। ये एलर्जी घातक होती है।
3. भगवान सूर्य अपने रौद्र रूप में हैं, धूप के सीधे संपर्क से आपनी स्किन चंद मिनिटों में ही शुष्क हो सकती है। लगातार तेज धूप से स्किन बर्न का खतरा है। इन दिनों शरीर के कई हिस्सों में पसीने के कारण इंफैक्शन होता है।
4. गर्मी में जठराग्नि व पाचन क्रिया मंद होती है। ऐसे में बासी व मसालेदार खाने से पेट की समस्या हो सकती है। उल्टी-दस्त और अपच आपको बीमार कर सकते हैं।
5. पानी की कमी, देर तक धूप में रहने से डीहाइड्रेशन व हीट स्ट्रोक हो सकता है। इससे बॉडी का टेम्प्रेचर काफी बढ़ जाएगा और आपका गंभीर रूप से बीमार हो सकते हैं।
बचाव के लिए ये जरूरी टिप्स:
-एसटी, या कूलर के सामने से बैठकर एकाएक धूप में न जाएं।
-पानी रसीले फल, किसी भी तरह शरीर की नमी बरकरार रखें।
-वयस्क दिन में 5 से 6 लीटर पानी और बच्चों को 3 से 5 लीटर पानी पिलाएं।
-लोकी, ककड़ी, खीरा, नीबू, तरबूज रसीले फलों का उपयोग लाभदायक होगा
-कोशिश करें कि फ्रीज की जगह मटके का पानी लें
-तेज मिर्च मसाले से परहेज करें
-स्किन इंफैक्शन से बचने सूती, हल्के कपड़े पहनें
-घर से हल्का खाना व पानी पीकर निकलें, शरीर का ढंकें और आंखों में गोगल लगाएं।
-बाहर की ठंडाई जैसे गन्ना रस, लस्सी, कोलड्रिंग्स से बचें।
-जहां तक हो घर में बने पेय इस्तेमाल करें।
-आम का पना, छांच, संतरे-बेल का शरबद, नीबू पानी घर पर बनाएं और यूस करें।
-एसटी, या कूलर के सामने से बैठकर एकाएक धूप में न जाएं।
-पानी रसीले फल, किसी भी तरह शरीर की नमी बरकरार रखें।
-वयस्क दिन में 5 से 6 लीटर पानी और बच्चों को 3 से 5 लीटर पानी पिलाएं।
-लोकी, ककड़ी, खीरा, नीबू, तरबूज रसीले फलों का उपयोग लाभदायक होगा
-कोशिश करें कि फ्रीज की जगह मटके का पानी लें
-तेज मिर्च मसाले से परहेज करें
-स्किन इंफैक्शन से बचने सूती, हल्के कपड़े पहनें
-घर से हल्का खाना व पानी पीकर निकलें, शरीर का ढंकें और आंखों में गोगल लगाएं।
-बाहर की ठंडाई जैसे गन्ना रस, लस्सी, कोलड्रिंग्स से बचें।
-जहां तक हो घर में बने पेय इस्तेमाल करें।
-आम का पना, छांच, संतरे-बेल का शरबद, नीबू पानी घर पर बनाएं और यूस करें।