सकरी पुलिस के अनुसार 27 खोली निवासी व इंजीनियर रामेश्वर सूर्यवंशी ने 25 अगस्त को थाने में सूचना दी कि उसलापुर गुप्ता कॉलोनी निवासी चंदना डडसेना की 17 वर्षीय बेटी ने उसे मोबाइल पर कॉल कर बताया था कि उसकी मां चंदना का मोबाइल स्वीच ऑफ बता रहा है। वह घर पर गया तो बेडरूम का दरवाजा बाहर से बंद था। दरवाजा खोलने पर अंदर चंदना की लाश बेडरूम में फर्श पर पड़ी थी।
मोबाइल सीडीआर से खुला राज
पुलिस ने मामले में चंदना, उसकी बेटी, मौसेरी बहन और उसके साथी युवक कोटा निवासी देवदीप गुप्ता पिता दिनेश गुप्ता का मोबाइल लोकेशन निकाला। २४ अगस्त को चंदना के मोबाइल का लोकेशन घर पर था। वहीं उसकी बेटी, बेटी की मौसेरी बहन और युवक देवदीप गुप्ता के मोबाइल का लोकेशन २४ अगस्त को रात ८ बजे तक बिलासपुर में मिला। इसके बाद तीनों का लोकेशन कुछ देर के बाद कोटा में मिला था।
रेाकटोक करती थी इसलिए मार डाला
चंदना की बेटी ने बताया कि उसने देवदीप से शादी करने की बात कही थी, लेकिन चंदना ने शादी से इनकार कर दिया था। साथ ही देवदीप के साथ घूमने से उसे मना करती थी। रोकटोक से तंग आकर उसने देवदीप और मौसेरी बहन के साथ मिलकर मां को रास्ते से हटाने की योजना बनाई।
ऐसे की हत्या
देवदीप के साथ महिला की बेटी ने मंगला चौक से २४ अगस्त को नींद की गोलियां खरीदी और दोपहर में चाय में दवाइयां मिलाकर मां को पिला दिया। बेहोश होने पर उसने देवदीप को घर बुलवाया और चुन्नी से गला घोटने और तकिये से मुंह दबाकर तीनों ने उसे मौत के घाट उतार दिया। हत्या करने के बाद तीनों ने उसके शरीर में १० मिनट तक विद्युत करंट लगाया था। इसके बाद तीनों आलमारी से जेवर लेकर फरार हो गए थे। आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने सोने के जेवर, २ मोबाइल, विद्युत तार, तकिया, चुन्नी और अन्य सामान जब्त किया है।
दूसरे दिन पहुंचे इंजीनियर ने देखी लाश, पुलिस को सूचना दिए बिना कर दिया मोबाइल पार
घटना को अंजाम देने के बाद चंदना के मोबाइल से उसकी बेटी ने शहर में रहने वाले और मां के करीबी इंजीनियर रामेश्वर सूर्यवंशी के मोबाइल पर मैसेज किया जिसमें घर में अकेली होने की जानकारी देकर घर बुलवाया था। इंजीनियर तत्काल घर नहीं पहुंचा, लेकिन 25 अगस्त को वह घर पहुंचा जहां बेडरूम में चंदना की लाश पड़ी थी। उसने चंदना के मोबाइल पर दोनों के बीच की बातचीत और वीडियो होने की आशंका पर मोबाइल को लेकर चला गया। पुलिस ने मामले में इंजीनियर को हिरासत में लिया, लेकिन उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की।
इंजीनियर रामेश्वर सूर्यवंशी के मोबाइल पर मैसेज आने के बाद दूसरे दिन मृतका चंदना की बेटी के मोबाइल से सूचना देने पर वह चंदना के घर गया था। वह अकेले नहीं बल्कि मोहल्ले की एक महिला को साथ लेकर घर गया था। वहां उसे मृतका का मोबाइल मिला, जिसे उसने लेकर हथौड़ी से तोड़ा था। उससे मृतका का टूटा मोबाइल और हथौड़ी जब्त किया गया है। बयान में उसने यह बात कबूल की है। मामले में उसके खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई है। चालान पेश करते समय कमी होने पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
-आरएन यादव, सीएसपी सिविल लाइन
एक्सपर्ट व्यू
जुगल किशोर पांडेय, अधिवक्ता
ब्लाइंड मर्डर के मामले में पुलिस से पहले कोई व्यक्ति मौके पर पहुंचता है और सूचना पुलिस को देता है तो उसे आधार मानकर जांच शुरू होती है, लेकिन पुलिस की जांच में यह बात सामने आती है कि सुचना देने वाले ने लाश के पास पहुंचने के बाद उसके मोबाइल को तोडफ़ोड़ कर नष्ट करने का प्रयास किया है, तब वह हत्या के मामले में आरोपी नहीं बल्कि साक्ष्य नष्ट करने के मामले का आरोपी बन जाता है। मोबाइल तोडऩे वाले ने यदि बयान में मोबाइल तोडऩे की बात स्वीकार की है और टूटा हुआ मोबाइल और तोडऩे का सामान उसके पास से जब्त किया गया है तो शत प्रतिशत उसे पुलिस को आरोपी बनाना पड़ेगा।