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बिलासपुर

सफ़ेद बाघ के बाद लापरवाह प्रबंधन ने ली दरियाई घोड़े की जान, राज्य के सबसे बड़े ज़ू में जंगली जानवर घिरे खतरे के साये में

सभी अधिकारियों ने मोबाइल बंद किए, क्या बिना पानी वाले तालाब में रखना बना मौत का कारण ? (hippopotamus dead) (kanan pendari) (white tiger dead) (lack of water) (heart attack) (snake bite) (wild animals death)

बिलासपुरJun 16, 2019 / 06:37 pm

Amil Shrivas

death of hippopotamus due to heat and lack of water

सफ़ेद बाघ के बाद लापरवाह प्रबंधन ने ली दरियाई घोड़े की जान, राज्य के सबसे बड़े ज़ू में जंगली जानवर घिरे खतरे के साये में

बिलासपुर। शहर का एक मात्र पिकनिक स्पॉट कानन पेंडारी पानी की कमी से जूझ रहा है परिणामस्वरूप आज यहां एक वन्यजीव “हिप्पो ” ने दम तोड़ दिया है , जिसके बाद कानन प्रबंधन ने पर्यटकों का जाना बंद कर दिया है। वन्यजीव हिप्पो की मौत टैंक में पानी की कमी और कीचड़ बताई जा रही है ।
प्रबंधन के द्वारा लगातार हिप्पो की निगरानी कुछ दिनों से की जा रही थी और उसे दूसरे जगह शिफ्ट किया गया था जहां पानी की कमी बताई जा रही थी। पिछले 2 वर्षों से प्रबंधन की लापरवाही के चलते कई वन्यजीव मौत के आगोश में समा गए है जिसके पीछे मात्र देखरेख की कमी बताई जा रही है।
पूर्व में सफेद शेर भी सांप के काटने से मारा गया था जबकि मरने का कुछ और भी कारण था। अधिकारियों की उदासीनता के चलते वन्यजीवों के लिए पेयजल की समस्या यहां विकराल बना हुआ है । बोर काम नही कर रहे है, हिप्पो की मौत भी पानी की कमी और भीषण गर्मी का होना बताया जा रहा है। जबकि प्रबंधन को पता था कि हिप्पो की मौत कभी भी हो सकती है लेकिन इस ओर ध्यान न देना गम्भीर बात है।
death of <a  href=
hippopotamus due to heat and lack of water” src=”https://new-img.patrika.com/upload/2019/06/16/16-8_4717759-m.jpg”>अधिकारीयों का कहना हार्ट अटैक से मौत हुआ है
कानन में दरियाई घोड़े की मौत, अधिकारियों का कहना है कि इसकी मौत हार्टअटैक से हुई है। जबकि कयास यह भी लगाया जा रहा है कि गर्मी में पानी के कारण इसकी मौत हुई होगी। बताया जा रहा है कि कानन में तीन दरियाई घोड़े थे। मृतक दरियाई घोड़े को छह साल पहले दिल्ली से जानवरों की अदला-बदली के फलस्वरूप लाया गया था। फिलहाल डाक्टरों की टीम पीएम कर रही है।
बंद कर दिया गया है गेट
हिप्पो के मौत के बाद कानन प्रबंधन द्वारा गेट को बंद कर दिया गया है और किसी भी पत्रकार को अंदर नहीं जाने दिया जा रहा। आपको बता दें की कानन के अंदर डीएफओ एंडी कर्मचारियों और अधिकारीयों के साथ मौजू हैं।
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