मध्यनगरी चौक स्थित अष्टमुखी शिव मंदिर में महाशिवरात्रि पर विशेष पूजन किया गया। मंदिर में सुबह साढ़े पांच बजे से महारुद्राभिषेक की विधि हुई। इसके बाद श्रद्धालुओं ने जलाभिषेक, दुग्धाभिषेक, सूक्ष्म रुद्राभिषेक के अलावा शृंगार व पूजन किया। महादेव का 108 कमल पुष्पों से शृंगार किया गया। रात में महाआरती की विधि पूरी की जाएगी। भक्तों को मेवे, लड्डुओं व खीर का प्रसाद वितरित किया गया।
नंदीश्वर महादेव की पूजा
सरकण्डा जोरापारा के पास स्थित नंदीश्वर महादेव मंदिर में महाशिवरात्रि की भव्य पूजा की गई। मंदिर में सुबह साढ़े पांच बजे से ही पूजन शुरू हो गया। इसके बाद भक्त अपने आराध्य की पूजा-अर्चना देर रात तक करते रहे। सुबह रुद्राभिषेक का कार्यक्रम कर महादेव को आक, धतुरा, बेलपत्र, शमी पत्र, कनेर सहित अलग-अलग तरह के पुष्पों व पत्रों से सजाया गया। दोपहर में ही खीर के प्रसाद का वितरण हुआ। शिव महापुराण का पाठ व रात्रि में सामूहिक रूप से भजन का कार्यक्रम किया जाएगा।
मेले की शुरुआत
शहर में चांटीडीह का भव्य मेला महाशिवरात्रि के दिन से शुरू हा गया। सुबह मेला परिसर में स्थित महादेव के मंदिर पहुंच कर वहां विधिवत पूजा की गई। लोग भगवान को जल अर्पित करने के बाद तीन दिवसीय मेले में खेल-खिलौने व झूले का आनंद ले रहे हैं। वहीं सरकण्डा क्षेत्र स्थित सदाशिव मंदिर परिसर में एक दिवसीय मेले का आयोजन हुआ।
महाशिवरात्रि के अवसर पर सोमवार को दोपहर दो बजे हरदेवलाल मंदिर से भगवान शिव की बारात निकाली जाएगी। इस बारात शोभायात्रा में चंपारण से नृत्य दल के साथ जीवंत झांकी भूत-प्रेत गाजे-बाजे के सहित बारात निकाली जाएगी। जिसका शिव भक्तों द्वारा जगह-जगह स्वागत किया जाएगा। इस बारात कार्यक्रम की तैयारी में शिव भक्त रविन्द्र सिंह, शिवा मुदलियार, संतोष चौहान, रमित मिश्रा, गोपाल अग्रवाल, राजू राठौर, मुकेश कछवाहा जुटे है।
नूतन चौक के पास नंदिश्वर शिव मंदिर में महाशिवरात्रि के अवसर पर सोमवार की सुबह से भंडारे का आयोजन किया गया। इस अवसर पर श्रद्धालुओं को प्रसाद के रूप में खीर का वितरण किया गया।
महाशिवरात्रि के अवसर पर भगवान शंकर की पूजा-अर्चना का कार्यक्रम श्रीराम मंदिर तिलक नगर में किया गया। सुबह आठ बजे से शाम साढ़ चार बजे तक भोले नाथ बाबा का दुग्धाभिषेक एवं भव्य शृंगार व रात्रि में सात बजे महाआरती का कार्यक्रम हुआ।