डीजीपी ने थानेदारों और राजपत्रित अधिकारियों को दो टूक में कहा कि बिलासपुर जिले से प्रतिदिन उनके पास शिकायत करने लोग पहुंचते हैं। शिकायतें ऐसी हैं कि जिनका निराकरण थाना स्तर पर किया जाना है। जनता की शिकायतें नही ंसुनने के कारण उनके पास लोग पहुंच रहे है। डीजीपी ने अधिकारियों और थानेदारों को दो टूक मे में कहा कि शिकायतों का निराकरण जिला स्तर पर करें। शिकायतें उनतक पहुंचने पर संबंधित अधिकारी और कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
डीजीपी ने एएसपी और डीएसपी वर्ग के अधिकारियों को काम नहीं करने की बात कही। उन्होंने राजपत्रित अधिकारियों को कर्मचारियों से अधिकारियों की तरह नहीं बल्कि दोस्त की तरह पेश आने की बात कही। उन्होंने एएसपी, डीएसपी और कर्मचारियों को फ्रैंडली पुलिसिंग करने, एसी के चेंबर छोड़कर थानों में बैठने , जनता से समस्याएं जानने और कर्मचारियों से थाना स्तर पर चल रही गतिविधियों की जानकारी लेकर समस्याओं का समधान करने के निर्देश दिए।
डीजीपी अवस्थी ने बैठक में मौजूद सरकंडा थाना प्रभारी संतोष जैन से पूछा तो कुर्सी छोड़कर खड़े हो गए। डीजीपी ने टीआई को फटकार लगाते हुए कहा कि उनके थाना क्षेत्र से सबसे अधिक शिकायतें पीएचक्यू तक पहुंच रही हैं। थाने में शिकायत लेकर पहुंचने वालों की शिकायतें नहीं सुनने पर डीजीपी ने करीब 15 मिनट तक टीआई संतोष को फटकार लगाई।
0 डीजीपी डीएम अवस्थी ने कहा, हर 3 महीने में डीजी स्तर पर होगी प्रदेश के जिले में अपराधों की समीक्षा
0 थाना स्तर तक जनता की शिकायत और समस्याओं का हो निराकरण
फोटो राजेन्द्र के फोल्डर में
बिलासपुर. अपराधियों के नए ट्रेंड से निपटने के लिए प्रदेश की पुलिस को प्रोफेशनल बनाया जाएगा ताकि बढ़ते अपराधों पर नियंत्रण रखा जा सके। जनता की समस्याओं का थाना स्तर पर निराकरण होने और एसपी, आईजी और डीजीपी तक शिकायत नहीं पहुंचने की व्यवस्था की जाएगी। पुलिस के प्रति बिलासपुर की जनता का विश्वास जागृत करना मूल उद्देश्य है। प्रदेश भर में कम्युनिटी पुलिसिंग शुरू की जाएगी। उक्त बातें डीजीपी डीएम अवस्थी ने बुधवार को बिलासागुड़ी में प्रेस कान्फ्रेंस के दौरान कही। डीजीपी अवस्थी ने कहा कि विराट अपहरण कांड में बिलासपुर समेत दूसरे प्रदेश के पुलिस कर्मियों ने विराट को सकुशल परिजनो तक पहुंचाया है। कर्मचारियों ने पुलिस कर्मियों की साख बचाई है। डीजीपीने कहा कि प्रत्येक जिले में अब प्रत्येक 3 महीनों में अपराध की समीक्षा वह स्वयं करेंगे। इसकी शुरूआत बिलासपुर जिले से बुधवार को की गई है। शिकायत लेकर पहुंचने वाले लोगों की समस्याओं का समाधान थाने में हो और उन्हें शिकायत के लिए एसपी, आईजी और डीजीपी से मिलना न पड़े, इस दिशा में अधिकारियों और कर्मचारियों को आदेश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में घटित होने वाले अपराधों की समीक्षा के लिए कर्मचारियों के लिए विशेष ट्रेनिंग दी जाएगी। संगीन मामलों से संबंधित अपराधिक मामलों में आरोपी के 10 वर्ष की सजा दिलाने के प्रयास किए जाएंगे। रायपुर में डीके अस्पताल मामले में आरोपी डॉक्टर को गिरफ्तार नहीं करने के मामले में डीजीपी ने कहा कि पुलिस का काम है आरोपियों को गिरफ्तार करना और कोर्ट में पेश करना। पुलिस बिना दबाव के काम कर रही है। कर्मचारियों के अवकाश के संबंध में डीजीपी अवस्थी ने कहा कि प्रदेश स्तर पर घोषणा कर दी गई है। अवकाश संबंधित जिले के पुलिस अधीक्षकों को जारी करना है। बस्तर के जवानों को भत्ता नहीं मिलने की बात पर डीजीपीने कहा कि प्रदेश में सन 2016 से मार्च 2019 तक बस्तर में पदस्थ पुलिस कर्मियों को भत्ता देने की योजना थी। इसे जारी रखने के लिए प्रस्ताव राज्य शासन को भेजा गया है। बेसिक पुलिसिंग के संबंध में उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी पुलिस अधीक्षकों को बेसिक पुलिसिंग और कम्युनिटी पुलिसिंग के निर्देश दिए गए हैं। दिसंबर 2019 तक बेसिक पुलिसिंग दिखाई देने लगेगी।
डिप्रेशन कम करने किया जाएगा प्रयास
पुलिस कर्मचारियों की समस्याओं का समाधान नहीं होने पर खुदकुशी के मामले बढऩे के सवाल के जवाब में डीजीपी अवस्थी ने कहा कि पुलिस अधिकारियों के अलावा डाक्टर, प्रोफेसर आर्मी और अन्य अधिकारी मनौवैज्ञानिक दबाव और मानसिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण खुदकुशी कर रहे हैं। कर्मचारियों की समस्याओं के निराकरण के लिए सप्ताह के प्रत्येक गुरूवार को आईजी, शुक्रवार को एसपी से समस्याएं बनाने का दिन निर्धारित किया गया है। साथ ही राजपत्रित अधिकारियों के लिए डीजीपी से मिलने के लिए भी दिन निर्धारित है। कर्मचारियों के डिप्रेशन और मनौवैज्ञानिक दबाव को कम करने के लिए विशेषज्ञ डाक्टरों की व्यवस्था की जाएगी।
महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले में बुधवार को माओवादी हमले में महाराष्ट्र के जवानों के शहीद होने के मामले में डीजीपी ने कहा कि गढचिरौली में हुए हादसे में ड्राइवर समेत 16 लोगों के शहीद होने की खबर मिली है। इस संबंध में महाराष्ट्र के पुलिस अधिकारियों से संपर्क नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में माओवाद का निराकरण करने नई नीति बनाई जा रही है। उन्होंने कहा कि माओवादियों को समाज की मुख्य धारा से जोडऩे के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। डीजीपी ने कहा कि छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र में माओवादी हमले के बाद प्रदेश में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है।
आईजी प्रदीप गुप्ता समेत 3 एसपी, 1 एएसपी, 9 टीआई शामिल
बिलासपुर. विराट अपहरण कांड को सुलझाने वाले पुलिस अधिकारी और कर्मचारियों को डीजीपी डीएम अवस्थी ने बुधवार को बिलासागुड़ी में पुरस्कृत किया। आईजी प्रदीप गुप्ता समेत 3 जिलों के एसपी, 1 एएसपी, 1 डीएसपी और 9 टीआई शामिल हैं। डीजीपी ने 74 अधिकारी और कर्मचारियों को प्रशस्तिपत्र नकद ईनाम देकर सम्मानित किया है। अपहरण कांड को सुलझाने डीजीपी डीएम अवस्थी ने 10 जिलो के पुलिस अधिकारी और कर्मचारियों की टीम बनाई थी।
1 आईजी प्रदीप गुप्ता
2. एसपी अभिषेक मीणा,बिलासपुर
3. एसपी प्रखर पांडेय, दुर्ग
4. एसपी एमएल कोटवानी, बालोद
5.एएसपी ओपी शर्मा, बिलासपुर
6. सीएसपी, विश्वदीपक त्रिपाठी ,बिलासपुर
7. टीआई नरेश पटेल, रायपुर
8. टीआई अंजू चेलक, बिलासपुर
9. टीआई परिवेश तिवारी, जांजगीर-चांपा
10.टीआई राजेश मालेकर ,बालोद,
11. टीआई कलीम खान, बिलासपुर
12. टीआई राकेश मिश्रा कोरबा
13. टीआई युवराज तिवारी, रायगढ
14. टीआई जेपी साहू, बिलासपुर
15. टीआई प्रदीप आर्या, बिलासपुर
16. एसआई प्रभाकर तिवारी, बिलासपुर
17. एएसआई हेमंत आदित्य, बिलासपुर
18. एएसआई विकास शर्मा, महासमुंद
19. हवलदार चन्द्रशेखर बंजीर, दुर्ग
20. हवलदार जमील खान, रायपुर
21. हवलदार प्रदीप सिंह, धमतरी
22. हवलदार प्रहलाद बंछोर , धमतरी
23. हवलदार रूपलाल चुरेन्द्र, बालोद
24. आरक्षक सुरेश देशमुख, रायपुर
25. आरक्षक विकास सिंह, रायपुर
26. आरक्षक नवीन एक्का, बिलासपुर
27. आरक्षक दीपक यादव, बिलासपुर
28. आरक्षक आशीष राठौर, बिलासपुर
29. आरक्षक बोधूराम, बिलासपुर
30. आरक्षक दीपक सेन, रायपुर
1. टीआई नरेश पटेल , रायपुर
2. टीआई अंजू चेलक, बिलासपुर
3. टीआई गौरव तिवारी, दुर्ग
4. टीआई परिवेश तिवारी, जांजगीर-चांपा
5. टीआई कलीम खान, बिलासपुर
6. टीआई रोहित मालेकर, बालोद
7. टीआई राकेश मिश्रा, कोरबा
8. टीआई युवराज तिवारी, रायगढ़
9. टीआई जेपी गुप्ता, बिलासपुर
10. टीआई प्रदीप आर्या, बिलासपुर
कर्मचारी – ईनाम
बोधूराम , बिलासपुर -2000
दीपक सेन, रायपुर- 1500
कुलदीप सिंह , धमतरी – 1500
मुकेश मिश्रा, धमतरी – 1500
गुनाराम सिंन्हा, कोरबा-1500
जगमोहन ओगरे, रायगढ़ – 1500
पूरन प्रसाद देवांगन, बालोद- 1500
योगेश सिन्हा, बालोद-1500
आकाश सोनी, बालोद- 1500
विपिन गुप्ता, बालोद – 1500
सुधीर सिंह, बलरामपुर – 1500
मंगल सिंह, बलरामपुर- 1500
विकास यादव, बिलासपुर ,1500
गोकुल जांगड़े, बिलासपुर-1500
संदीप शर्मा, बिलासपुर – 1500
तरूण केशरवानी, बिलासपुर – 1500
जय साहू, बिलासपुर- 1500
दीपक उपाध्याय, बिलासपुर -1500
विकास राम, बिलासपुर- 1000
मुकेश वर्मा, बिलासपुर- 1000
राकेश बंजारे, बिलासपुर- 1000
विरेन्द्र साहू, बिलासपुर – 1000
धर्मेन्द्र साहू, बिलासपुर- 1000
सद्दाम पाटले, बिलासपुर-1000
सुनील पटेल, बिलासपुर- 1000
सरफराज खान, बिलासपुर -1000
राजेश नारंग, बिलासपुर- 1000
गोविंद शर्मा, बिलासपुर – 1000
विवेक राय, बिलासपुर-1000
संदीप जांगड़े, बिलासपुर-1000
आनंद सिंह, बिलासपुर- 1000
सोनू भार्गव, बिलासपुर- 1000
मो. इमरान खान, बिलासपुर-1000
सैय्यद नुरूल कादिर, बिलासपुर-1000
विनोद यादव, बिलासपुर- 1000
मनमोहन कोसले, बिलासपुर- 1000
प्रमोद कसेर, बिलासपुर-1000
साहेब अली, बिलासपुर- 1000
लक्ष्मी नेताम, बिलासपुर-1000
शिवानी सिंह, बिलासपुर-1000
एसआई प्रभाकर तिवारी- 4000
एएसआई हेमंत आदित्य – 4000
एसआई विकास शर्मा, महासमुंद-3000
हवलदार चन्द्रशेखर बंजीर, दुर्ग- 3000
हवलदार जमील खान, रायपुर- 2000
हवलदार प्रहलाद बंछोर, धमतरी-2000
हवलदार रूपलाल चुरेन्द्र बालोद-2000
हवलदार अशोक साहू, दुर्ग- 2000
हवलदार प्रदीप सिंह, धमतरी – 2000
हवलदार प्रदीप पटेल, रायपुर- 2000
आरक्षक सुरेश देशमुख, रायपुर-2000
आरक्षक नवीन एक्का, बिलासपुर- 2000
आरक्षक विकास सिंह, रायगढ़-2000
आरक्षक दीपक यादव, बिलासपुर-2000
आरक्षक आशीष राठौर, बिलासपुर-2000
हवलदार मनोज तिग्गा, जांजगीर-चांपा-1500
हवलदार जितेश सिंह, बिलासपुर- 1500
हवलदार अशोक कश्यप, बिलासपुर -1500
हवलदार शोभित केंवट, बिलासपुर-1500
हवलदार गजेन्द्र शर्मा, बिलासपुर – 1500
हवलदार दिनेश तिवारी, बिलासपुर-1500
हवलदार अरविंद सिंह, बिलासपुर-1500
हवलदार कमल साहू, बिलासपुर -1500
आरक्षक आर.वी वीरनारायण, दुर्ग- 1500