नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने कहा कि सरकार की प्राथमिकता कोरोना को लेकर नहीं है। प्रदेश सरकार के पास पर्याप्त समय था, लेकिन समय रहते प्रदेश की सरकार ने कोई जरूरी कदम नहीं उठाए जिसके चलते परिस्थितियां अनियंत्रित होती जा रही हैं। प्रदेश में करीब 25 कोविड हास्पिटल हैं जिसमें करीब 3546 बेड हैं और 442 आईसीयू के बेड हैं, जो पूरी तरह से अपर्याप्त है। प्रदेश सरकार के पास कोरोना से लडऩे निजी और शासकीय अस्पताल में केवल 11544 के करीब बिस्तर ही उपलब्ध है। उससे कहीं ज्यादा संक्रमित मरीज इस समय अपना इलाज करवा रहे हैं। राज्य में 31000 से ज्यादा संक्रमित हैं। उसके बाद भी बिस्तर पर्याप्त नहीं है।
प्रदेश सरकार को समय रहते चिंता करने की आवश्यकता थी। उन्होंने कहा कि कोरोना को लेकर संसाधनों की कमी है। वहीं रायपुर और दुर्ग कोरोना के केंद्र बने हुए हैं। पूरे प्रदेश में 270 लोगों की मौत हो चुकी है। रायपुर में 157 और दुर्ग में 34 लोगों की मौत हो चुकी है। प्रदेश सरकार उत्सव में ही व्यस्त है। विधायक, सुरक्षाकर्मी और कई अधिकारी कोरोना पॉजिटिव हो रहे हैं और आम आदमी तो बेहाल है।
उन्होंने कहा कि जिस तरह से कोरोना का ग्राफ बढ़ता जा रहा है। राज्य में कोविड अस्पतालों की संख्या बढ़ाई जानी चाहिए ताकि संक्रमितों को बेहतर इलाज मिल सके। कोरोना को लेकर जो वातावरण बन रहा है उसे दूर करने की कोशिश करनी चाहिए। नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने कहा कि कोरोना नियंत्रण को लेकर प्रदेश सरकार में इच्छा शक्ति की कमी है जिससे कोरोना का लगातार विस्तार हो रहा है।