पांडेय सभी शाखा अधिकारियों के साथ बिलासपुर से सुबह निरीक्षण यान में दौरे पर निकले। इस दौरान उन्होंने पटरियों, सिग्नल, इंटरलॉकिंग पाइंंइट्स, समपार फाटक व परिचालन से जुड़े सभी उपकरणों की संरक्षा का निरीक्षण किया। इसी क्रम में शहडोल स्टेशन में उन्होंने प्लेटफॉर्म में उपलब्ध यात्री सुविधाओं, प्लेटफार्म, यात्री प्रतीक्षालय, बुकिंग कार्यालय, सर्कुलेटिंग एरिया, पार्किंग, लॉबी, रनिंग रूम, रेलवे कॉलोनी, रेलवे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, एनई इंस्टीट्यूट का निरीक्षण किया। प्लेटफार्म निरीक्षण के दौरान स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से वन स्टेशन वन प्रोडक्ट योजना के तहत बिक्री के लिए लगाई गई स्थानीय फारेस्ट उत्पाद के स्टॉल का अवलोकन कर प्रसन्नता व्यक्त की साथ ही उनका उत्साहवर्धन भी किया। इस दौरान प्रतीक्षालय में साफ-सफाई, बैठक व्यवस्था, टायलेट, पानी के नल तक का निरीक्षण किया। स्टेशन परिसर की साफ-सफाई, पेयजल व्यवस्था, बैठक व्यवस्था का भी बारीकी से जायजा लिया।
मृतक के परिजनों की मदद का दिया आश्वासन: प्रो. चक्रवाल ने कहा कि इस समझौते के बाद दोनों संस्थान एक साथ मिलकर अल्प अवधि के अकादमिक और प्रशिक्षण आधारित कार्यक्रम को विकसित करेंगे जिसके माध्यम से शिक्षक एवं युवा विद्यार्थी उद्योगों के अनुरूप प्रशिक्षण प्राप्त कर सकें तथा वर्तमान आवश्यकताओ को ध्यान में रखकर स्वयं को तैयार कर सकें। राष्ट्रीय शिक्षा नीति-२०२० में रोजगारपरक शिक्षा के साथ वेल राउंडेड ग्रेजुएट्स तैयार किये जाने पर बल दिया गया है जो उद्यमिता के माध्यम से रोजगारों का सृजन करने में सक्षम सिद्ध होंगे। डॉ. जोशी ने गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति २०२० के सफल क्रियान्वयन के लिए किए जा रहे सकारात्मक एवं सक्रिय प्रयासों की सराहना की। केंद्रीय विश्वविद्यालय की अभिनव योजना स्वावलंबी छत्तीसगढ़ के अंतर्गत युवाओं को उद्यमिता विकास, कौशल विकास और मूल्य आधारित शिक्षा के आधार पर आत्मनिर्भर बनाने हेतु अपनाई गई प्रक्रिया व वेबपोर्टल की भी प्रशंसा की। साथ ही फरवरी २०२३ में भारत और दक्षिण पूर्व एशिया के मध्य बहुआयामी एतिहासिक एवं सांस्कृतिक संपर्क विषय पर केन्द्रीय विश्वविद्यालय में आयोजित होने वाली अंतररराष्ट्रीय संगोष्ठी के लिए सहयोग की बात कही।
कर्मचारियों को बेहतर इलाज उपलब्ध कराने कहा: निरीक्षण के दौरान उन्होंने जरूरी सुधार के निर्देश मौके पर ही अधिकारियों को दिए। साथ ही उन्होंने कर्मचारियों को बेहतर से बेहतर इलाज उपलब्ध कराने की दिशा में कार्य करने का निर्देश दिए।