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बिलासपुर

बदली सरकार में ये भी बदला, बढ़ी गंदगी, कट रही बिजली, सूख रहे नलों के हलक

संकट: जनप्रतिनिधियों के पास न योजना न जवाब, मशरूफ हैं चुनावी सियासत में, शहर की तीन बड़ी समस्याएं, बेखबर बैठी प्रशासनिक मशीनरी

बिलासपुरMay 09, 2019 / 11:20 am

Murari Soni

drinking water crisis in Bilaspur Chhattisgarh

बदली सरकार में ये भी बदला, बढ़ी गंदगी, कट रही बिजली, सूख रहे नलों के हलक

बिलासपुर पत्रिका. भीषण गर्मी में पेयजल संकट से जूझ रहे शहरवासियों को अब बिजली कटौती और गंदगी से दो चार होना पड़ रहा है। नगर निगम ने पानी संकट दूर करने के लिए सिर्फ कागजी घोड़े दौड़ा रहा है तो बिजली विभाग मेंटेनेंस के नाम पर बिजली कटौती कर रहा है और इसके बावजूद लो वोल्टेज की समस्या से लोग जूझ रहे हैं। निगम के जल विभाग के इंजीनियर खुद स्वीकार कर रहे हैं अभी पानी की समस्या और बढ़ेगी। स्थिति यह है कि शहरवासियों को मूलभूत सुविधाएं देने की व्यवस्था संभालने वाले हुक्मरान और संस्थान अपनी जिम्मेदारी से बच रहे हैं।
दिन ब दिन गहराता जा रहा पानी का संकट, उपाय ही नहीं सूझते
शहर में 25 से अधिक टंकियां, अमृत मिशन योजना अभी तक पूरी नहीं हुई
शहर में जल स्तर गिरने से कई जगह बोर सूखने के कारण लोगों को पीने का पानी नहीं मिल रहा है। नदी किनारे लगे बोर से पानी के साथ रेत आ रही है और पानी भी दूषित। नए बोर कराए जा रहे हैं। लेकिन दिनों दिन जल स्तर गिरने से पानी नहीं मिल रहा है। नगर विधायक शैलेष पांडेय ने ने पानी की समस्या को लेकर ननि के अफसरों को तलब किया लेकिन पानी की समस्या पर निष्कर्ष नहीं निकल पाया।
आलम गंदगी का, न चर्चा स्वच्छ शहर की न स्मार्ट सिटी पर बात
सफाई व्यवस्था को 3 पार्ट में ठेके पर दिया है। नालियों की रोज सफाई नहीं होने से गंदगी से बजबजा रही है। सफाई के लिए सवा 3 करोड़ हर महीने खर्च होता है।?3 हिस्सों में बंटी व्यवस्था में पहला एमएसडब्ल्यू को डोर टू डोर कचरा कलेक्ट करना है।?फिर लाइंस सर्विसेस को मेन रोड व गलियों की सफाई करनी है।?तीसरे नंबर पर 5 ठेकेदारों को नालियों की सफाई दी गई है। साथ ही निगम की ओर से 400 कर्मी लगे हैं।
प्रति माह खर्च 3 करोड़
शहर की नालियों की सफाई पर मासिक 25 लाख खर्च तैनात सफाई कर्मचारी 400

जरा बढ़ा नहीं लोड कि बिजली हो रही गुल
झुलसती गर्मी में बिजली विभाग भी लोगों के पर कहर ढ़ा रही है। दिन में मेंटनेंस के नाम पर शहर में कहीं न कहीं बिजली बंद की जा रही है। लगातार बिजली कटौती के कारण शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्र के लोग परेशान हो रहे हैं। बुधवार को बृहस्पति बाजार सब स्टेशन में जीटी कटने के कारण दोपहर में बिजली बंद रही। चांटीडीह में एक शादी घर में आग लगने के कारण चार घंटा तक बिजली को बंद कर दी गई थी। इसके अलावा तोरवा,,व्यापार विहार क्षेत्र हर तीन घंटे में अघोषित कटौती किया जा रहा है। लिंगियाडीह, मोपका सहित अन्य जगहों पर लगातार बिजली की समस्या बनी हुई है।
–सफाई के नाम पर भ्रष्टाचार हो रहा है। नालियों से कचरा नहीं निकल रहा है। आचार सहिता लागू होने के कारण अफसर बेलगाम हो गए हैं। सफाई के नाम पर हर महीने करोड़ों रुपए खर्च किया जा रहा है।
शैलेष पाण्डेय, विधायक

–सफाई ठीक चल रही है। अभी शहर की सबसे बड़ी समस्या पानी की है। वार्डो में हाहाकर मचा है इस पर ध्यान देने की जररुत है। क्या गर्मी निकलने के बाद पैसा दिया जाएगा।- किशोर राय, महापौर
&नाली की सफाई का ठेका भाजपा नेताओं ने लिया है। यही कारण है कि नालियों की सफाई नहीं हो पा रही है। उनके द्वारा दर्शाए गए कर्मचारियों की गिनती करना चाहिए।
शेख नजीरुद्ीन, नेता प्रतिपक्ष नगर निगम
–नालियों की सफाई बिल्कुल नहीं हो पा रही है। जिसके कारण गंदगी बढ़ती जा रही है। ठेकेदारों पर नगर निगम के अफसरों का लगाम नहीं है।
श्याम साहू चेयरमेन, सफाई विभाग नगर निगम


–मेटेनेंस और ट्रांसफार्मर में खराबी आने के कारण ही बिजली बंद किया जाता है शहर में अघोषित कटौती की शिकायत नहीं मिली है।
सीएम बाजपेयी, कार्यपालन यंत्री बिजली विभाग

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