सिंधी कॉलोनी बलराम टॉकीज के पास रहने वाले बजरंग लाल यादव पिता गोवर्धन (57) हार्निया की बीमारी से ग्रसित था। बजरंग ने सुसाइड नोट में लिखा है कि उसने अपनी बीमारी का काफी उपचार कराया यहां तक की डॉक्टरों के कहने पर ऑपरेशन भी करा लिया।
बावजूद इसके हानिया के दर्द से वह काफी परेशान रहा करता था। रह रहकर उठने वाला दर्द सहना उसके लिए असहनीय हो चुका है। दर्द अब बर्दास्त करने की शक्ति न होने की वजह से यह कदम उठा रहा है। पत्नी व परिवार के सभी सदस्यों से अपने इस हरकत के लिए माफी मांगते हुए क्षमा करने की बात लिखी है। सरकंडा पुलिस सुसाइड नोट को कब्जे में लेकर जांच कर रही है।