उक्त विश्वविद्यालय में 19 अनियमित कर्मचारी कार्यरत है। जो विवि के स्थापना से अब तक अनवरत कार्य कर रहे हैं। नियमित नियुक्ति न होने की स्थिति में कार्यरत अधिकांश कर्मचारियों की आयु सीमा, शासन द्वारा निर्धारित आयु सीमा से अधिक हो गई है। जिसके कारण वे अन्य संस्था या विज्ञापित पद पर आवेदन नहीं दे सकते है। इन परिस्थितियों के बावजूद इन कर्मचारियों को विवि प्रशासन द्वारा 6 माह से मानदेय व कार्य आदेश न देते हुए कार्य कराया जा रहा है। जिसके कारण इनके सामने भूखे मरने की नौबत आ गई है। उन्होंने शासन ज्ञापन सौंपते हुए इच्छा मृत्यु की मांग की है।