कार्यशाला का उद्घाटन करते हुए दीवान ने कहा कि गांवों के विकास के लिए पंचायत प्रतिनिधियों और अधिकारियों को समन्वय से कार्य करना होगा।
बिलासपुर . राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान के तहत मंगलवार को राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस मनाया जा रहा है। कार्यशाला के मुख्य अतिथि विधान सभा उपाध्यक्ष बद्रीधर दीवान ने कहा कि पंचायत राज व्यवस्था के तहत गांव के पूर्ण विकास की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी पंचायत प्रतिनिधियों की है। राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस पर प्रधानमंत्री
नरेन्द्र मोदी द्वारा देशभर के पंचायत प्रतिनिधियों को सम्बोधित किया गया, जिसका सीधा प्रसारण दूरदर्शन पर हुआ। सिम्स अस्पताल के आॅिडटोरियम में आयोजित इस कार्यशाला में जिला, जिला ंपचायत, जनपद पंचायतों और ग्राम पंचायतों के प्रतिनिधि बड़ी संख्या में उपस्थित थे। कार्यशाला का उद्घाटन करते हुए दीवान ने कहा कि गांवों के विकास के लिए पंचायत प्रतिनिधियों और अधिकारियों को समन्वय से कार्य करना होगा। कार्यशाला की अध्यक्षता करते हुए सांसद लखन लाल साहू ने कहा कि ग्राम पंचायतों को सशक्त करने से गांव का विकास होगा। शासन की योजनाओं को अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने और मूलभूत विकास के लिए पंचायती राज संस्थाओं की मुख्य भूमिका है। ग्राम सभा को मजबूत करने और समुदाय की भागीदारी तथा पंचायतों के संसाधनों को गांव के विकास में कैसे उपयोग कर सकते हैं। यह महत्वपूर्ण मुद्दा है। इसके लिए हम सबको मिलकर
काम करना होगा। विशिष्ट अतिथि पूर्व विधानसभा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि देश की 70 प्रतिशत आबादी गांवों में निवास करती हैं। भारत की आत्मा गांवों में बसी है। गांव का विकास होगा, तभी देश का विकास होगा। पंडित दीनदयाल उपाध्याय और महात्मा गांधी की सोच के अनुरूप पंचायती राज व्यवस्था बनाई गई। इस व्यवस्था को सफल बनाने में पंचायत प्रतिनिधियों की अहम भूमिका है। इस अवसर पर महिला आयोग की अध्यक्ष हर्षिता पाण्डेय, गृह निर्माण मंडल के अध्यक्ष भूपेन्द्र सवन्नी, जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक साहू, नगर निगम महापौर किशोर राय, पंचायत विभाग के संचालक तारंन प्रकाश सिन्हा, स्वच्छ भारत मिशन के भास्कर विलास संदीपन, राज्य आजीविका मिशन के संचालक दीपक सोनी, ठाकुर प्यारेलाल पंचायत एवं ग्रामीण विकास संस्थान निमोरा के संकाय सदस्य डॉ. अशोक जायसवाल एवं जनपद पंचायतों के सदस्य, ग्राम पंचायतों के पदाधिकारी तथा अधिकारी-कर्मचारी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
पहली बार चलाया अभियान : कलेक्टर पी. दयानंद ने कहा कि इस वर्ष भारत सरकार की ओर से पहली बार ग्राम स्वराज अभियान चलाया जा रहा है। कार्यशाला के उददेश्य पर प्रकाश डालते हुए बताया कि पंचायतों से क्या अपेक्षाएं हैं और पंचायतीराज व्यवस्था के तहत किस तरह बेहतर कार्य कर अपने गांव को आदर्श गांव बनाया जा सकता है। सुदृढ़ पंचायतीराज व्यवस्था कैसे बेहतर तरीके से कार्य करें, इसके लिए कार्यशाला में प्रशिक्षण दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि जिले के 54 पंचायतों का चयन किया गया है, जहां सरकार के सात फ्लेंगशिप योजनाओं का शत-प्रतिशत संचालन किया जाएगा। कार्यशाला के प्रारंभ जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी फरिहा आलम सिद्दिकी ने पंचायतीराज अभियान पर प्रकाश डाला। उन्होंने जिले के विभिन्न पंचायतों में शासन की योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन की जानकारी दी। कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले सरपंच सचिव और स्वच्छता प्रेरकों को सम्मानित किया गया गया।
पर्यावरण पर जोर : संभागायुक्त टीसी महावर ने पंचायत प्रतिनिधियों को पर्यावरण के लिए कार्य करने पर बल दिया। संसदीय सचिव राजू सिंह क्षत्री ने कहा कि ग्राम पंचायतों को पूर्ण अधिकार दिया गया है कि विकास की रूपरेखा बनाकर उसे धरातल पर उतारें। उत्कृष्ट ग्राम पंचायत बनाने के लिए अपने अधिकारों और कर्तव्यों की जानकारी होनी चाहिए।