किसान छोटूराम कैवर्त की राजाकापा (farmer suicide) में 70 डिस्मील जमीन है जिसका सौदा व रविन्द्र कश्यप से 7 लाख 25 हजार रुपए में किया था। 1 लाख 25 हजार रुपए बतौर बयाना ले चुका था। ऋण पुस्तिका गुम होने के कारण छोटूराम रजिस्ट्री नहीं करवा पा रहा था। वही रविन्द्र भी सवा लाख देने के बाद जल्द से जल्द जमीन की रजिस्ट्री हो जाए इसके लिए किसान से बात कर रहा था। जमीन की रजिस्ट्री जल्द कराने छोटूराम पटवारी के 15 से 20 बार चक्कर लगा चुका था।
मृतक छोटूराम की राजाकॉपा व बहुरता खार में कुल जमीन 2 एकड़ 75 डिस्मील थी। बहुरता खार की जमीन ज्यादा थी इस कारण वह अपने बहुरता खार की जमीन को और बढ़ाने के लिए अपने खेत से लगी रामगोपाल यादव की 75 डिस्मील जमीन को 4 लाख में खरीदने सौदा किया था। लेकिन पटवारी की लेट लतीफी की वजह से न तो वह अपना खेत बेच पा रहा था और न ही रामगोपाल का खेत खरीद पा रहा था।
किसान छोटूराम ने आत्म हत्या करने से पहले पटवारी को अपनी मौत के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए सुसाइड नोट लिखा। सुसाइड नोट को सब्जी रखने वाले कैरेट में चड्डी में लपेट कर रखा था। पुलिस ने पंचानामा के दौरान सुसाइड नोट बरामद किया है। सुसाइड नोट में बेटे रज्जू को मां श्यामा बाई का ख्याल रखने की बात लिखी है वही आखिर में जय श्रीराम लिख कर फंद पर झूल गया।
किसान आत्म हत्या मामले की जानकारी लगते ही पटवारी उत्तम कुमार प्रधान घर से फरार हो गया था। तखतपुर पुलिस ने साइबर सेल की सहायता से मोबाइल डम्प से लास्ट लोकेशन के आधार पर पटवारी को रतनपुर के वार्ड नं. 12 से गिरफ्तार कर लिया।
किसान छोटू राम द्वारा आत्म हत्या करने के मामले को एसडीएम आनंद रूप तिवारी ने गंभीरता से लिया है। एसडीएम आनंद रूप तिवारी ने पटवारी उत्तम कुमार प्रधान पिता लखन लाल को शासकीय कार्य में लापरवाही करने का जिम्मेदार मानते हुए तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया है। निलम्बन अवधि में उत्तम प्रधान को सकरी तहसील में अटैच किया गया है वही निगारबंद पटवारी हलका नम्बर 10 का प्रभार पटवारी हलका नम्बर 11 बहुरता की पटवारी लक्ष्मी नायडु को प्रभारी दिया गया है।
जिस जगह पर किसान छोटूराम ने आत्म हत्या की है उसी खेत को उसने पांडे महराज से अधिया में बोने के लिया था। पुलिस ने मौके पर पहुंच देखा तो टमाटर व भाठा की फसल लहलहा रही थी।
छोटूराम की आत्म हत्या की जानकारी लगते ही पूर्व महिला आयोग अध्यक्ष हर्षिता पांडेय किसान के घर पहुंची। उन्होंने पीडित परिवार को ढाढस बंधाया व मामले की न्यायालिक जांच की मांग की है। हर्षिता पांडेय ने पीडि़त परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी व 25 लाख मुआवजा की मांग करते हुए कहा की प्रदेश में दो साल के अंदर 480 किसानों ने आत्म हत्या कर चुके है।
असम चुनाव में प्रचार प्रसार करने गई संसदीय सचिव रश्मि आशिष सिंह ठाकुर ने किसान के आत्म हत्या करने की जानकारी लगते ही पीडि़त परिवार से संदवेदना व्यवक्त करते हुए 15 हजार रुपए की सहायता राशी उपलब्ध कराई है।
– मोहन भारद्वाज, थाना प्रभारी तखतपुर