बिलासपुर

जब बेटे की खोपड़ी लेकर थाने पहुंचा पिता तो फटी रह गईं पुलिस की आंखें, जाने क्या है माजरा

खोपड़ी लेकर थाने पहुंचे पिता व पत्नी, पुलिस से कहा बेटे को रेफर करने डॉक्टर मांग रहे लाखों रुपए

बिलासपुरSep 02, 2019 / 08:00 pm

Murari Soni

जब बेटे की खोपड़ी लेकर थाने पहुंचा पिता तो फटी रह गईं पुलिस की आंखें, जाने क्या है माजरा

बिलासपुर. कोरबा क्षेत्र के खंडई मेला में जाने निकला मनहारी फेरी वाला दुर्घटना में घायल हो गया। कोरबा जिला चिकित्सालय में मरीज की हालत को देखते हुए उसे बिलासपुर रेफर कर दिया। घायल बेटे की जान बचाने के लिए पिता ने बिलासपुर गांधी चौक स्थित रामकृष्ण हॉस्पिटल में दाखिल कराया। उपचार के दौरान 6 लाख से अधिक की राशी खर्च हो चुकी है। घायल होश में नहीं आया।
उपचार के दौरान डॉक्टर ने घायल के परिजन को डॉक्टर ने कपाल का एक हिस्सा सौंप दिया। परिजन कपाल के उस हिस्से को लेकर सिविल लाइन थाने पहुंचे, जहां उन्हें पता चला गांधी चौक कोतवाली थाने में आता है इस पीडित पिता व पत्नी अन्य रिस्तेदारों के साथ कोतवाली थाने शिकायत लेकर पहुंची। पुलिस ने हॉस्पिटल प्रबंधन को नोटिस जारी कर उपचार संबंधी दस्तावेज की मांगे है।
पामगढ़ मेउ निवासी संजय कुमार कुर्रे (24) पिता सरजू राम ने बताया कि 28 जुलाई को कोरबा के खंडई में मनहारी (चूडी, हार व अन्य फैंसी) सामना को बेचने निकला था। जाते समय रास्ते में उसका एक्सीडेंट हो गया। दुर्घटना की सूचना मिलते ही परिजन भी जिला हॉस्पिटल कोरबा पहुंचे।
डॉक्टर ने हालत नाजूक बताई व बिलासपुर रेफर कर दिया। परिजन एम्बूलेंस में संजय को लेकर बिलासपुर पहुंचे व गांधी चौक स्थित रामकृष्ण हॉस्पिटल में उपचार के लिए भर्ती कराया। उपचार के दौरान डॉक्टर दिग्विजय सिंह ने बताया कि संजय के सर पर खून जम गया है ऑपरेशन कर सर के उस हिस्से को निकालना होगा इससे संजय की जान बचाई जा सकती है। साथ ही 72 घंटे का अल्टीमेटम भी दिया। उपचार शुरू हुआ और 4 लाख की दवाई व 1 लाख 88 हजार रुपए परिजन हॉस्पिटल में जमा कर चुके है।
बावजूद इसके अब तक पीडित को होश नहीं आया है। डॉक्टर केवल उपचार के नाम पर आश्वाशन ही देते रहे। आपरेशन कर सर के उपर के भाग को निकाल कर हमें दिखाते हुए दे दिया और कहा कि इस हिस्से पर ब्लड जमा हुआ था इसे निकालकर साफ कर दिया गया है।
अब तुम्हारे बेटे की जान बच जाएगी। लेकिन 1 माह पांच दिन बित जाने के बाद भी संजय होश में नहीं आया। परिजनों के सब्र का पैनामा झलक गया तो वह सभी सिविल लाइन थाने मामले की शिकायत दर्ज कराने पहुंचे। लेकिन मामला कोतवाली थाने होना बताकर सिविल लाइन पुलिस ने परिजनों को कोतवाली थाने भेज दिया। पुलिस मामले में जांच के बाद कार्रवाई करने का परिजनों को आश्वान दिया है।
 

परिजनों का आरोप रेफर करने के बदले मांग रहे रुपए

संजय के रिस्तेदार अश्वनी कुमार ने बताया कि संजय कुर्रे के उपचार में अब तक 6 लाख से अधिक की राशी खर्च हो चुकी है। रायपुर रैफर क रने के बदले डॉक्टर दिग्विजय सिंह बचे हुए बिल 3 लाख 79 हजार 50 रुपए की मांग कर रहा है। बिल चुकाने के बाद ही रायपुर रैफर करने की बात कही है। रुपए न होने की कारण वह पुलिस की सहायता लेने थाने पहुंचे है।
 

संजय कुर्रे का उपचार चल रहा है। परिजनों की इजाजद से ही आपरेशन किया गया है। स्मार्ट कार्ड हमारे यहां नहीं चलता हमने उपचार के पहले दिन ही परिजनों को क्लीयर कर दिया है। सारे दस्तवेज मंगलवार को थाना प्रभारी को दिखा दिए जाएगें। परिजनों से बात हुई है, जो गलतफहमी थी वह दूर कर दी गई है।
डॉ.दिग्विजय सिंह, चिकित्सक राम कृष्ण हास्पिटल

 

शिव कुमारी ने आवेदन पेश किया है। आवेदन के आधार पर हॉस्पिटल प्रबंधन से उपचार संबंधी दस्तावेज व कपाल का टुकड़ा परिजनों को किन कारणों से दिया गया इसका जवाब लिया जाएगा। जांच में गलती पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी।
परिवेश तिवारी, कोतवाली थाना प्रभारी
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