फायर ब्रिग्रेड के कर्मचारियों ने जाने की बात कही तब जाकर पहुंचे जिम्मेदार अधिकारी
सूचना के बाद कोचिंग यार्ड के पास पहुंचे फायर ब्रिग्रेड के कर्मचारी डेढ़ घंटे तक अधिकारियों के आने का इंतजार करते रहे। रेलवे के जिम्मेदार अधिकारी जब नहीं पहुंचे तो अंत में फायर ब्रिग्रेड के जवानों ने जाने की बात कहीं तो कर्मचारी ने दुबारा अधिकारियों को फोन कर फायर ब्रिग्रेड के जाने की बात बताई तब जाकर अधिकारी व कर्मचारी मौैके पर पहुंचे और ओएचई तार से करंट की सप्लाई को बंद कर आग बुझाने का काम शुरू हुआ।
सूचना के बाद कोचिंग यार्ड के पास पहुंचे फायर ब्रिग्रेड के कर्मचारी डेढ़ घंटे तक अधिकारियों के आने का इंतजार करते रहे। रेलवे के जिम्मेदार अधिकारी जब नहीं पहुंचे तो अंत में फायर ब्रिग्रेड के जवानों ने जाने की बात कहीं तो कर्मचारी ने दुबारा अधिकारियों को फोन कर फायर ब्रिग्रेड के जाने की बात बताई तब जाकर अधिकारी व कर्मचारी मौैके पर पहुंचे और ओएचई तार से करंट की सप्लाई को बंद कर आग बुझाने का काम शुरू हुआ।
चार दिन पहले लगी थी आग
मौके मौजूद कर्मचारियों ने बताया कि कोयला बिजली संयत्र के लिए गेवरा कोल खदान चार दिन पहले निकला था। बिलासपुर पहुंचते पहुंचते पता चला की 4 वैगन में आग लगी हुई है। तो चारों वैगन को काट कर अलग कर दिया गया और कोचिंग यार्ड में पानी से आग बुझाने के बाद कोचिंग यार्ड की साइडिंग में चारों वैगन को रखा गया था। रविवार को दुबारा आग लगने की सूचना मिली थी।
मौके मौजूद कर्मचारियों ने बताया कि कोयला बिजली संयत्र के लिए गेवरा कोल खदान चार दिन पहले निकला था। बिलासपुर पहुंचते पहुंचते पता चला की 4 वैगन में आग लगी हुई है। तो चारों वैगन को काट कर अलग कर दिया गया और कोचिंग यार्ड में पानी से आग बुझाने के बाद कोचिंग यार्ड की साइडिंग में चारों वैगन को रखा गया था। रविवार को दुबारा आग लगने की सूचना मिली थी।