script20 साल में तेल तिगुना महंगा, जो विपक्ष में वह काटे बवाल, सत्ता में आते ही खो जाते हैं सवाल | fuel prices three times costlier in 20 years | Patrika News

20 साल में तेल तिगुना महंगा, जो विपक्ष में वह काटे बवाल, सत्ता में आते ही खो जाते हैं सवाल

locationबिलासपुरPublished: Sep 10, 2018 06:55:39 pm

Submitted by:

Amil Shrivas

आज विपक्ष का बंद: तेल पर सिर्फ सियासत, बीती तीन सरकारों में 55 रुपए महंगा हुआ पेट्रोल

political

20 साल में तेल तिगुना महंगा, जो विपक्ष में वह काटे बवाल, सत्ता में आते ही खो जाते हैं सवाल

बिलासपुर. पेट्रोल-डीजल की महंगाई को लेकर नेताओं द्वारा हल्ला किया जाता है। लेकिन महंगाई को लेकर उनकी चली है, और न ही इनकी चलेगी। केंद्र में जब अटल बिहारी बाजपेयी प्रधानमंत्री थे, तब कांग्रेसियों ने महंगाई को लेकर खूब हंगामा किया, सडक़ पर आंदोलन किया। जब केंद्र में दो बार मनमोहन सिंह की सरकार रही, तब भाजपाइयों ने महंगाई को लेकर खूब हल्ला किया। अब नरेन्द्र मोदी प्रधान मंत्री हैं, तो कांग्रेसी महंगाई को लेकर शोर मचा रहे हैं। देश में जब-जब पेट्रोल-डीजल, रसोई गैस की महंगाई बढ़ी है, विपक्ष के नेताओं ने सत्ता पक्ष के खिलाफ जमकर हल्ला मचाया। कभी खाली कार को रस्सी से खींचा, तो कभी मोटरसाइकिल की जगह साइकिल रैली निकालकर विरोध प्रदर्शन किया। ये सब 1989 से चला आ रहा है। इस बीच तीन प्रधानमंत्री आए, तीनों के कार्यकाल में पेट्रोल-डीजल और रसोई गैस की महंगाई बढ़ती ही गई। विपक्ष में रहने वाले नेता परंपरागत तरीके से विरोध प्रदर्शन करते रहे।
सोशल मीडिया में हंगामा : पेट्रोल-डीजल की महंगाई को लेकर आम जनता भी सोशल मीडिया के जरिए अपना गुस्सा उतार रही है। केंद्र सरकार पर तरह-तरह की टिप्पणी की जा रही है। वहीं कांग्रेसी चुनाव के पहले मोदी द्वारा महंगाई को लेकर दिए गए भाषण का वीडियो अपलोड कर रहे हैं।
एक,दो व पांच पैसे चलन से बाहर इन पैसों से रेट में वृद्धि से हाहाकार
बाजार में एक, दो, तीन, पांच, दस, पच्चीस व पचास पैसे चलन से बाहर हो चुके हैं। लेकिन तेल कंपनियां इन्हीं पैसों को आधार बनाकर पेट्रोल-डीजल की कीमत बढ़ा रही हैं। इससे हर वर्ग में हाहाकार मचा हुआ है। बाजार में एक नए पैसे लेकर पचास पैसे तक का सिक्का पूरी तरह से नदारद है। एक-दो और पांच पैसे बढ़ोत्तरी करते हुए पेट्रोल के दाम आज आसमान पर पहुंच गए हैं, लोग परेशान हैं।
एक जमाना गुजर गया एक, दो, तीन, पांच दस, पच्चीस व पचास पैसे को चलन से बाहर हुए। यदि किसी के पास ये सिक्के उपलब्ध भी हैं, तो उन्हें कोई व्यापारी लेता नहीं। लेकिन पेट्रोल-डीजल के मूल्य अब भी इन्हीं पैसों में बढ़ाए जा रहे हैं। जबकि इसके एवज में पूरा रुपया ले लिया जाता है। क्योंकि 35 पैसे, 45 पैसे या 75 पैसे पेट्रोल पंप वाले वापस कर भी नहीं सकते। इसके लिए मार्केट में इतने चिल्हर (चलन से बाहर हो चुके) नहीं हैं। तेल कंपनियां इसी का फायदा उठाकर लोगों को लूट रही हैं।
पेट्रोल के दाम शतक मारने के करीब-डॉ. चंदन
कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव चंदन यादव ने रविवार को शाम 5 बजे कांग्रेस भवन में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि से 52 महीने पहले वर्तमान प्रधानमंत्री ने कहा था, मुझे 60 महीने दीजिए जो 70 साल में नहीं हुआ, उसे कर दिखाउंगा। लेकिन 52 महीने में प्रधानमंत्री ने वह कर दिखाया जिसे कांग्रेस 70 साल में नहीं कर पाई। पेट्रो पदार्थों में आग लग गई है। पेट्रोल 81 रुपए पार कर दिया। डीजल 79 रुपए हो गए। एलपीजी 912 रुपए को पार कर गया। कांग्रेस द्वारा 10 सितंबर को सुबह 9 से 3 बजे तक शहर बंद का आह्वान किया गया है। चंदन ने कहा, आज से ठीक 52 महीने प्रधानमंत्री ने कहा था, जनता मुझे 60 महीने दे, मैं वह काम करुंगा जिसे कांग्रेस 60 साल में नहीं कर पाई, महंगाई को बांधकर रखूंगा। उन्होंने ठीक कहा था। आज बिलासपुर में पेट्रोल 81 रुपए, डीजल 79 रुपए और एलपीजी 912 रुपए के पार हो गया है। बंधुआ बन चुकी महंगाई सिर चढकऱ बोल रही है। सवालों का जबाव देते हुए डॉ. चंदन यादव ने बताया कि साल 2014 में आयल की कीमत 107 रुपए थी। देश में पेट्रोल की कीमत बढकऱ 70 रुपए हुई, डीजल 55 रुपए था।
आज क्रूड आयल 73 रुपए है, लेकिन पेट्रोल की कीमत 81 रुपए 53 पैसे और डीजल की कीमत 75 रुपए से ऊपर है। साल 2014 में एलपीजी का दाम 400 रुपए हुआ करता था। आज 912 रुपए से ऊपर है। प्लेटफार्म टिकट 3 रुपए में मिला करता था। आज दाम 20 रुपए है। इसी तरह तात्कालीन समय रेल यात्रा 6 रुपए प्रति किलोमीटर की दर से कर सकते थे, लेकिन आज बढकऱ 9 रुपए प्रति किलोमीटर हो गई है। चन्दन यादव ने कहा कि देश की आजादी के 70 साल में पहली बार हुआ है कि पेट्रोल और डीजल के दाम शतक मारने के करीब हैं।
मुद्रा भी पीछे पीछे शतक मारने की करीब पहुंच रहा है। सब कुछ 52 महीने में हुआ है। मोदी जी ने ठीक ही कहा था कि हम 60 महीने में वह कर दिखाएंगे जिसे कांग्रेस पार्टी 60 नहीं कर पाई।
चन्दन यादव ने कहा, इसलिए कांग्रेस पार्टी ने फैसला लिया है कि भाजपा सरकार को जगाने का काम किया जाएगा। 10 सितम्बर को भारत महाबंद किया जाएगा। बिलासपुर में व्यापारी,आम जनता, किसान,नीजि बस संघ ने भी समर्थन दिया है। युवा, मजदूर, महिलाएं और विभिन्न संगठनों ने महाबंद का समर्थन किया है। महाबंद सुबह 9 बजे से 3 बजे तक रहेगा। इस दौरान इमरजेंसी सेवाएं यथावत रहेंगी। स्कूल-कॉलेज बंद रहेंगे।
पत्रवार्ता के दौरान जिला कांग्रेस ग्रामीण अध्यक्ष विजय केशरवानी, शहर अध्यक्ष नरेन्द्र बोलर, पीसीसी महामंत्री अटल श्रीवास्तव, प्रदेश प्रवक्ता शैलेश पाण्डेय, अभय नारायण राय, शेख गफ्फार, एसपी चतुर्वेदी, विजय पाण्डेय, अनिल चौहान, निगम नेता प्रतिपक्ष शेख नजरूद्दीन, रविन्द्र सिंह, प्रवक्ता ऋषि पाण्डेय समेत कई कांग्रेसी मौजूद थे। कांग्रेसियों ने बताया कि बिलासपुर में महाबंद की अगुवाई डॉ. चन्दन यादव करेंगे।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो