बिलासपुर . चुनावी साल में स्मार्ट सिटी को लेकर जोरआजमाइश शुरू हो गई है। फंड और कंसलटेंट कंपनी का अतापता नहीं है और नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के अवर सचिव ने हाईपावर स्टेयरिंग कमेटी की अनुसंशा पर स्मार्ट सिटी लिमिटेड के लिए 26 अफसरों, कर्मचारी का सेटअप जारी कर दिया। जारी सेटअप के मुताबिक स्मार्ट सिटी लिमिटेड के लिए 1 चीफ एक्जीक्यूटिव अफसर, चीफ आपरेशन अफसर, जनरल मैनेजर कम्युनिकेशन, चीफ फायनेंस अफसर, जनरल मैनेजर लैंड रेवेन्यु, जनरल मैनेजर इंजीनियर टेक्नीकल, लीगल एडवाइजर, जनरल मैनेजर आईटी, डिप्टी मैनेजर जीआईएस, अरबन नॉलेज अफसर, प्रोक्यूरमेंट स्पेश्लिस्ट, सीनियर मैनेजर एचआर, असिस्टेंट सीईओ के एक-एक पद पर भर्ती की जानी है। वहीं तकनीकी विभाग में मैनेजर सिविल व टेक्नीकल, मैनेजर इलेक्ट्रिकल सोलर, मैनेजर आईटी प्रोजेक्ट, डिप्टी मैनेजर सिविल व टेक्नीकल के लिए 1-1 पद भरे जाएंगे।
फायनेंस विभाग को 9 कर्मचारियों का स्टाफ : स्मार्ट सिटी लिमिटेड की पद संरचना के मुताबिक कंपनी सेके्रटरी, डिप्टी जनरल मैनेजर एकाउंट, मैनेजर फाइनेंस के 1-1 पद और 6 आफिस असिस्टेंट के 6 पद को मंजूरी दी गई है। स्मार्ट सिटी लिमिटेड के लिए शासन द्वारा जारी 26 पदों की भर्ती के लिए ज्यादातर पदों की भर्ती आउट सोर्स से कराने का निर्णय लिया है।
9 माह में मिली मंजूरी : अगस्त 2017 को हुई हाईपावर कमेटी की बैठक में स्मार्ट सिटी लिमिटेड के लिए शासन से स्टाफ की मांग करने सेटअप तय कर भेजा गया था। 9 माह में इस प्रस्ताव को मंजूरी मिली है। बिलासपुर को स्मार्ट सिटी में शामिल करने के बाद केंद्र शासन से 200 करोड़ की पहली किस्त मिलने का हल्ला था, लेकिन बाद में यह फंड केंद्र और राज्य शासन का फंड मिलाकर 36 करोड़ में सिमट गया। बताया जाता है कि केंद्र सरकार से फंड जारी हो चुका है लेकिन सूडा ने अभी इस फंड को रिलीज नहीं किया है।