15 ग्राम पंचायत, 1 नगर पालिका और 2 नगर पंचायतों को शामिल किए जाने के बाद नगर निगम का क्षेत्र बढ़ गया है। शहर से लगी पॉश कॉलोनियां और ग्रामीण क्षेत्र नगर निगम में शामिल होने के बाद निगम प्रशासन ने अवैध प्लाटिंग करने वालों को खंगालना शुरू किया। करीब 100 से अधिक ऐसे अवैध कॉलोनाइजर सामने आए जिन्होंने बिना लेआउट के जमीन को टुकड़ों में बेच दिया।
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इसके साथ ही पॉश कॉलोनियों के आसपास और ग्रामीण क्षेत्रों में बिना ले आउट, डायवर्सन और बिना कॉलोनाइजर लाइसेंस के लोगों ने अवैध रूप से जमीन को टुकड़ों में बिक्री कर देने के मामले सामने आए। नगर निगम सीमा क्षेत्र में ऐसी जमीनों के भी खसरा नंबरों पड़ताल की गई जिसमें जमीनों को बिना कॉलोनाइजर लाइसेंस लिए बिक्री कर दिया गया है। इन जमीनों का हाल में ही तहसील कार्यालय से बटांकन हुआ है।
यानी लोगों ने बिना ले आउट पास कराए अपनी जमीन को कई टुकड़ों में बांटकर बेच दी है। अवैध कॉलोनाइजरों को नोटिस तो जारी किया गया, लेकिन कार्रवाई के नाम पर न तो अधिकारी सामने आए और न ही जनप्रतिनिधियों ने इस ओर ध्यान दिया।
लगातार हो रही अवैध प्लाटिंग
निगम अधिकारी लगातार निगम सीमा क्षेत्र में अवैध प्लांटिंग करने वालों की तलाश कर रहे हैं और उन्हें प्रतिदिन नए-नए मामले मिल रहे हैं। अवैध कॉलोनाइजरों की संख्या 100 से अधिक हो रही है।
भरना होगा भारी भरकम जुर्माना
नगर निगम के अधिकारियों ने अवैध प्लांटिंग करने वालों को नोटिस जारी किया था। अवैध कॉलोनाइजरों को नोटिस जारी कर नियमानुसार भारी भरकम जुर्माना पटाना है। कॉलोनाइजरों ने अब तक जुर्माने का भुगतान नहीं किया है । वहीं अधिकारियों ने भी अवैध कॉलोनाइजरों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है।