गणेशोत्सव के दो दिन पूर्व तक प्रतिमा तैयार हो जाएगी। इस बार इस प्रतिमा का विसर्जन नवरात्रि के बाद होगा। विसर्जन की विधि के लिए भगवान की छोटी प्रतिमा का विसर्जन किया जाएगा। गणेशोत्सव के दौरान मेला भी होगा,
जिसमें श्रद्धालु दर्शन के बाद आनंद ले सकेंगे।
जिसमें श्रद्धालु दर्शन के बाद आनंद ले सकेंगे।
पहली बार विराजित होंगी मां महामाया के रूप में भव्य दुर्गा
गौरी गणेश समिति की ओर से ही पहली बार मां दुर्गा की भव्य प्रतिमा स्थापित की जाएगी, जिसकी तैयारी की जा रही है। प्रदेश में सबसे बड़ी 51 फीट की प्रतिमा होगी। मां दुर्गा महामाया के रूप में नजर आएंगी। इसे बनाने का कार्य भी मूर्तिकार कर रहे हैं। माता की स्थापना कर लगातार नौ दिनों तक विराजमान रहेंगी। इनकी प्रतिमा के विसर्जन के साथ ही भव्य गणेश की प्रतिमा का विसर्जन किया जाएगा।
गौरी गणेश समिति की ओर से ही पहली बार मां दुर्गा की भव्य प्रतिमा स्थापित की जाएगी, जिसकी तैयारी की जा रही है। प्रदेश में सबसे बड़ी 51 फीट की प्रतिमा होगी। मां दुर्गा महामाया के रूप में नजर आएंगी। इसे बनाने का कार्य भी मूर्तिकार कर रहे हैं। माता की स्थापना कर लगातार नौ दिनों तक विराजमान रहेंगी। इनकी प्रतिमा के विसर्जन के साथ ही भव्य गणेश की प्रतिमा का विसर्जन किया जाएगा।