बिलासपुर के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल सिम्स के ब्लड बैंक की वर्तमान स्थित बहुत ही खराब है यहां अभी मात्र 58 यूनिट रक्त है। जबकि सिम्स अस्पताल में 750 बिस्तर पर मरीजों का इलाज हो रहा है। ऐसे में प्रतिदिन ब्लड बैंक से 15 से 20 यूनिट ब्लड मरीजों को उपलब्ध कराया जाता है। सिम्स ब्लड बैक प्रभारी डॉ.सुपर्ण गांगुली ने बताया कि कोरोना संक्रमण के कारण लोग रक्तदान करने से डर रहें है।
डॉ. गांगुली ने बताया कि अभी वर्तमान में सिम्स के ब्लड बैंक में 58 यूनिट ब्लड है जिसमें ए पॉजिटीव 13 यूनिट, बी पॉजिटीव 24 यूनिट, ओ पॉजिटीव 14 यूनिट, एबी पॉजिटीव 6 यूनिट और ओ निगेटिव मात्र एक यूनिट है। ऐसे में नेगेटिव ब्लड ग्रुप की मांग लेकर कई परिजन पहुंच रहे हैं। लेकिन ब्लड नहीं होने के कारण उन्हें व्यवस्था खुद करने के लिए कह रहे हैं। संक्रमण के कारण उन्हें 1400 से 1600 में ब्लड खरीद कर लाना पड़ रहा है।
रक्त की कमी से लोगों की जा रही जान, आगे आएं समाजसेवी
इसके अलावा अस्पताल के कर्मचारियों ने बताया कि ब्लड की कमी के कारण भी पिछले 6 माह में एक दर्जन से अधिक लोगो की मौत हो चुकी है। ऐसे में अस्पताल प्रबंधन ने समाजसेवी से अपील भी की है कि यहां पूरी सुरक्षा और पीपीई किट पहन कर रक्त लिया जाता है। ज्यादा से ज्यादा लोग सरकारी ब्लड बैंक में रक्तदान करें ताकि गरीब तबके के लोगों को कम से कम दामों पर रक्त मिल सके।
जिला अस्पताल के ब्लड में मात्र 7 यूनिट रक्त
शहर में मात्र दो ही सरकारी ब्लड बैक हैं जिसमें एक सिम्स और दूसरा जिला अस्पताल में है। सिम्स में जहां स्थिति थोड़ी ठीक है तो वहीं जिला अस्पातल की स्थिति तो और भी दयनीय है। यहां मात्र 7 यूनिट ही ब्लड बचा है।