कोरोना कॉल के मद्देनजर केंद्र सरकार ने 22 मार्च से देशभर में लॉकडाउन किया था। केंद्र सरकार ने कंपनियों की स्कूलों और यूनिवर्सिटी में पढऩे वाले विद्यार्थियों को वर्क फ्रॉम होम करने के निर्देश दिए थे ।लॉकडाउन के दौरान दुकानें तो बंद रहे लेकिन अनलॉक होते ही सरकार ने मोबाइल की बिक्री व खरीदारी पर लगने वाले 12 ल फीसदी जीएसटी को बढ़ाकर 18 फीसदीकर दिया।
सरकार ने मोबाइल बिक्री पर जमकर टैक्स वसूल किया ।इसके विपरीत अधिकांश लोगों ने मोबाइल की अपेक्षा लैपटॉप से काम करना पसंद किया और इसकी मांग बढ़ गई ।अनलॉक होते ही लैपटॉप बनाने वाली कंपनियां अलग-अलग श्रेणियों की लैपटॉप में 6 -7 हजार की बढ़ोतरी कर दी। वर्तमान में बाजार में लैपटॉप के लिए मारामारी मची हुई है ।
अनलॉक के बाद बिक्री ढाई गुना बढ़ी
राजीव प्लाजा में मोबाइल दुकान संचालक सुमित कुमार नवानी ने बताया कि वे पिछले 8 साल से मोबाइल दुकान का संचालन कर रहे हैं ।लॉकडाउन के पहले उनकी दुकान में करीब 10 से 12 मोबाइल की बिक्री होती थी, लेकिन लॉकडाउन के बाद वर्क फ्रॉम होम के निर्देश जारी होते ही मोबाइलों की बिक्री ढाई गुना बढ़ गई है।
प्रतिदिन करीब 25 से 30 मोबाइल बिक रहे हैं ।सरकार ने मोबाइल की खरीदी बिक्री पर लगने वाले जीएसटी 12 परसेंट को बढ़ाकर 16 परसेंट कर दिया है। वही मोबाइल की कीमतों में ज्यादा बढ़ोतरी नहीं हुई है। कुछ कंपनियां दीवाली के मद्देनजर कीमतें कम कर ऑफर भी चला रही है।
नहीं हो रही लैपटॉप की सप्लाई
राजीव प्लाजा में लैपटॉप दुकान संचालक योगेश बजाज ने बताया कि पिछले 10 साल से वे कंप्यूटर की दुकान चला रहे हैं लॉक डाउन के पहले वे प्रतिदिन करीब 20 से 25 लैपटॉप बेचते थे। उस समय लैपटॉप की कीमत इतनी नहीं बढ़ी थी, लेकिन लॉकडाउन के बाद से कंपनियों ने कीमतों में 6 -7 हजार रुपए की बढ़ोतरी कर दी है।
सरकार ने खरीदी बिक्री पर जीएसटी 18 फीसदी की रखी है। वर्तमान में लैपटॉप बनाने वाली कंपनी सप्लाई लगभग बंद कर दी है । लोगों को लैपटॉप खरीदने के लिए बुकिंग करानी पड़ रही है ।बाजार में लैपटॉप आते हैं कुछ घंटों में है बिक जा रहे हैं