जिले में खेती-किसानी के लिए फिलहाल खेतों में पर्याप्त पानी है। धान की फसल के लिए पखवाड़े भर और पानी की जरूरत नहीं पड़ेगी। लेकिन दिन में तेज धूप और रात में उमस से बेचैनी काफी बढ़ गई है। इससे लोग कूलर व एसी चलाने लगे हैं। दूसरी तरफ एक सितंबर से अब तक बारिश नहीं के बराबर हुई। इन 16 दिनों में जिले में तीन चार दिनों ही बारिश हुई पर नहीं के बराबर रही।
इस माह एक तारीख को जिले के किसी भी तहसील में बारिश नहीं हुई थी। दो तारीख को बिलासपुर तहसील में 30 मिमी. व तखतपुर में 11 मिमी., बिल्हा, मस्तूरी में क्रमश: 3 , 2.3 मिमी. बारिश हुई थी। कोटा तहसील में बारिश नहीं हुई थी।
3 सितंबर को सिर्फ कोटा तहसील में 14.2 व तखतपुर में 5 मिमी.वर्षा हुई थी। 4 व 5 सितंबर जिले में बारिश नहीं हुई। 6 सितंबर को मस्तूरी में 15.3 व तखतपुर में 2.0 मिमी. बारिश हुई थी। 7,8,9 सितंबर को जिले में वर्षा नहीं हुई। 10 सितंबर को बिलासपुर में 12.8, व मस्तूरी में 1.2 एवं कोटा में 10.4 मिमी. वर्षा हुई थी।
11 सितंबर को जिले में एक पखवाड़े में सबसे अधिक बारिश 64.2 मिमी.हुई। इसमें बिलासपुर तहसील में 34.0 मिमी. वर्षा हुई थी। 12 सितंबर को बिल्हा व कोटा में क्रमश: 28 व 9.6 मिमी. वर्षा, 13 सितंबर को मस्तूरी में 1.6 मिमी., 14 से 16 सितंबर तक जिले के किसी भी तहसील में बारिश नहीं हुई।